Bihar Election 2025: बिहार की इन पांच सीटों पर फंस गया महागठबंधन में पेंच, राजद-कांग्रेस में भारी बवाल, सीएम फेस पर भी नहीं बन रही बात

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी सातवें आसमान पर है। राजद-कांग्रेस में पेंच फंसता नजर आ रहा है। पांच सीटों पर दोनों पार्टियां में मतभेद की सूचना सामने आ रही है। पढ़िए आगे...

राजद-कांग्रेस
राजद-कांग्रेस में टकराव - फोटो : social media

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण के नामांकन की प्रक्रिया शुरु हो गई है। आज सुबह 11 बजे से नामांकन प्रक्रिया शुरु हुई है। हर दिन सुबह 11 से शाम 3 बजे के बीच प्रत्याशी अपना नामांकन करा सकेंगे। एक ओर जहां नामांकन की प्रक्रिया की शुरु हो गई है तो वहीं दूसरी ओर अब तक महागठबंधन और एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बन पाई है। एक ओर जहां एनडीए में चिराग पासवान और जीतनराम मांझी ने टेंशन बढ़ा रखी है तो वहीं दूसरी ओर महागठबंधन ना ही सीट शेयरिंग पर बात फाइनल हो पाई है और ना ही सीएम फेस पर सहमति बन पाई है। 

पांच सीटों पर फंसा पेंच 

सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार राजद और कांग्रेस के बीच पांच सीटों पर पेंच फंस रही है। साथ ही सीएम फेस को लेकर भी कांग्रेस की ओर सहमति नहीं जताई जा रही है। ऐसे में महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर ना ही अंतिम निर्णय लिया जा पा रहा है और ना ही सभी दलों में सहमति बन पा रही है। दरअसल, बीते कुछ दिनों में हुई मैराथन बैठकों के बावजूद दोनों दलों के बीच पांच सीटों पर विवाद जारी है। ये सीटें हैं बायसी, बहादुरगंज, रनीगंज, कहलगांव और सहरसा। इन सीटों पर राजद-कांग्रेस में टकराव देखा जा रहा है। 

इन पांच सीटों पर क्या है विवाद

2020 के विधानसभा चुनाव में राजद ने रनीगंज, सहरसा और बायसी से चुनाव लड़ा था, जबकि कांग्रेस को कहलगांव और बहादुरगंज दी गई थीं। इस बार राजद चाहती है कि कांग्रेस कहलगांव और बहादुरगंज छोड़ दे। कांग्रेस मांग कर रही है कि उसे रनीगंज, सहरसा और बायसी दी जाए। सूत्रों के अनुसार, दोनों ही दल अपनी मांग छोड़ने को तैयार नहीं है, क्योंकि सहयोगी दल बढ़ जाने से हर पार्टी को अपने कोटे में कटौती करनी पड़ेगी।

कहलगांव में नई तकरार

राजद ने कांग्रेस से परामर्श किए बिना कहलगांव सीट पर यादव प्रत्याशी को टिकट देने का आश्वासन दे दिया, जिससे कांग्रेस नाराज है। बुधवार को तेजस्वी यादव ने कहलगांव से अपने विधानसभा चुनाव अभियान की शुरुआत की। जिसमें झारखंड सरकार में मंत्री संजय यादव के बेटे रजनीश यादव भी मौजूद थे।

2020 विधानसभा चुनाव के परिणाम

रानीगंज: जदयू के अचमित ऋषिदेव ने राजद उम्मीदवार को 2,304 वोटों से हराया। सहरसा: भाजपा के आलोक रंजन झा ने राजद की लवली आनंद को 19,679 वोटों से हराया। बायसी: AIMIM के सैयद रुकनुद्दीन अहमद जीते, बाद में 2022 में राजद में शामिल। बहादुरगंज: AIMIM के मोहम्मद अंजार नईमी जीते, बाद में राजद में शामिल।

सीएम चेहरे पर नहीं बन रही बात 

राजद का दावा है कि तेजस्वी यादव ही महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा होंगे जबकि कांग्रेस इस पर सहमति नहीं दे रही। कांग्रेस का तर्क है कि अगर यादव समुदाय से सीएम चेहरा घोषित हुआ तो गैर-यादव ओबीसी वोट भाजपा के पक्ष में जा सकते हैं सिनियर कांग्रेस नेता का कहना है हरियाणा में भी ऐसा हुआ था। तेजस्वी को सीएम चेहरा घोषित किया गया तो भाजपा इसे ओबीसी एकजुटता के लिए इस्तेमाल करेगी। वहीं राजद का जवाब है कि हम महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी हैं। सरकार बनी तो मुख्यमंत्री राजद का होगा। कांग्रेस या अन्य दल अपने डिप्टी सीएम चेहरों का चयन कर सकते हैं।

कांग्रेस ने 25 उम्मीदवारों की सूची फाइनल की

सी बंटवारे पर गतिरोध के बावजूद कांग्रेस ने 25 उम्मीदवारों के नाम अंतिम रूप दे दिए हैं। इनमें पांच मौजूदा विधायक शामिल हैं। कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान (कटवा), प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम (कुटुंबा) शेष सीटों के नामों पर चर्चा बिहार स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में होगी। इसके बाद केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) दो दिनों के भीतर अंतिम सूची जारी करेगी। इस स्थिति से साफ है कि महागठबंधन में सीट बंटवारे और मुख्यमंत्री चेहरा को लेकर राजद और कांग्रेस के बीच खींचतान अभी बनी हुई है।