Bihar Politics: दिल्ली विधानसभा चुनाव रिजल्ट आने के बाद से ही बिहार में सियासी हलचल तेज है। कुछ ही महीने में बिहार विधानसभा चुनाव होना है। विधानसभा चुनाव के पहले ही महागठबंधन की टूट की चर्चाएं तेज हैं। एनडीए नेताओं का दावा है कि महागठबंधन विधानसभा चुनाव के पहले टूट जाएगा। महागठबंधन में शामिल दल एनडीए में शामिल हो जाएंगे। वहीं अब राजद ने एनडीए के इस बयान पर पलटवार किया है। राजद के भाई विरेंद्र ने एनडीए को सलाह दे दी कि वे अपने काम से काम रखे।
एनडीए को करारा जवाब
दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस द्वारा 70 सीटों की मांग पर उन्होंने कहा कि यह केवल मीडिया में चर्चा का विषय है, पार्टी स्तर पर इस पर कोई औपचारिक बातचीत नहीं हुई है। हमारा मुख्य लक्ष्य इंडिया गठबंधन (महागठबंधन) की सरकार बनाना और तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाना है। उन्होंने भरोसा जताया कि इस बार भाजपा और आरएसएस को बिहार से बाहर करने के लिए पूरी मजबूती से चुनाव लड़ा जाएगा। महागठंबधन में टूट को लेकर उन्होंने कहा कि मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है...एनडीए नेताओं का महागठबंधन में कोई जरुरत नहीं है वो अपने काम से काम रखें।
तारिख अनवर को सलाह
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता और विधायक भाई वीरेंद्र ने कांग्रेस नेता तारिक अनवर के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने गठबंधन पर पुनर्विचार की बात कही थी। भाई वीरेंद्र ने कहा कि अगर सभी दलों का उद्देश्य भाजपा और आरएसएस को सत्ता से हटाना है, तो एकजुट होकर चुनाव लड़ना जरूरी है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सीट बंटवारे का निर्णय शीर्ष नेतृत्व को लेना है।
पीएम के दौरे से नहीं पड़ेगा असर
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 24 फरवरी को प्रस्तावित बिहार दौरे पर भाई वीरेंद्र ने कहा कि इससे राज्य की राजनीति पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बिहार में पहले भी कई बड़े नेता आते-जाते रहे हैं, लेकिन इससे चुनावी समीकरण में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ। नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार के राजनीति में आने के सवाल पर उन्होंने संतुलित प्रतिक्रिया दी और कहा कि इस विषय पर वही लोग टिप्पणी कर सकते हैं, जो उन्हें राजनीति में लाने के इच्छुक हैं।
प्रदेश की स्थिति चिंताजनक
बिहार के बजट सत्र को लेकर भाई वीरेंद्र ने कहा कि प्रदेश की स्थिति बेहद चिंताजनक है। उन्होंने अपराध, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर विधानसभा के भीतर और बाहर सरकार को घेरने की रणनीति बनाने की बात कही।
पटना से अभिजीत की रिपोर्ट