Bihar Budget Session 2025 : बिहार विधानसभा का बजट सत्र जारी है। आज सत्र के पहले दिन सदन में भारी हंगामा देखने को मिली माले विधायक हाथ में हथकरी पहनकर सदन पहुंचे। वहीं राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के अभिभाषण के दौरान भी विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। वहीं राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सदन से बाहर आकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश सहित एनडीए नेताओं पर बड़ा हमला बोला। तेजस्वी यादव ने दावा किया है कि बीजेपी जदयू के खत्म कर देगी।
बीजेपी का एकमात्र मकसद जदयू पर कब्जा
तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी का एकमात्र मकसद है कि किसी भी तरह जदयू पार्टी पर कब्जा कर लो। सीएम नीतीश ने जो प्रमाण दिया है कि सभी कमान भाजपा को दे दो। यह साफ दिखाता है कि नीतीश कुमार अब निर्णय लेने के काबिल नहीं है। उन्होंने कहा कि सबकी डीलिंग हो गई है। भाजपा से सबका डील हो गया है। सीएम नीतीश का खेल अब खत्म हो गया है। उनके जीतने साथी हैं जो भुजा पार्टी करते हैं वो पूरी तरह से भाजपाई हो चुके हैं बस इंतजार करिए ये लोग भाजपा में चले जाएंगे।
नीतीश कुमार बने हैं अनजान
तेजस्वी यादव ने कहा कि, भाजपा मंत्री दिलीप जायसवाल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का चेहरा संसदीय बोर्ड तय करेगा, लेकिन नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि जनता दल (यू) को भाजपा नियंत्रित कर रही है और नीतीश कुमार अनजान बने हुए हैं। भाजपा पूरी कोशिश कर रही है कि जनता दल (यू) और नीतीश कुमार दोनों का राजनीतिक अस्तित्व खत्म हो जाए। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि भाजपा संविधान और एजेंसियों को अपनी जेब में रखने की कोशिश कर रही है। तेजस्वी ने भरोसा जताया कि इस बार बिहार की जनता महागठबंधन पर भरोसा करेगी।
बिहार पलायन में नंबर वन
राज्यपाल के अभिभाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि उन्होंने किस सरकार का भाषण पढ़ा। उन्होंने 2015, 2017 और 2025 का जिक्र किया, जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि सरकार को बने एक साल हो गया, लेकिन उसकी कोई ठोस उपलब्धि नहीं है। तेजस्वी ने कहा कि बिहार पलायन और बेरोजगारी में नंबर वन है। राज्यपाल वही भाषण पढ़ते हैं, जो सरकार तैयार करके देती है, चाहे वह सच हो या झूठ। उन्होंने मांग की कि बजट सत्र के दौरान सदन को सही ढंग से चलाया जाए।
दल बदल पर कड़ी प्रतिक्रिया
तेजस्वी यादव ने विधायक दल बदल के मुद्दे पर कहा कि बिहार विधानसभा में कोई नियम-कानून नहीं बचा है। यह सीधे तौर पर कानून का अपमान है कि विपक्ष के लोग सत्ता पक्ष में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि विपक्षी विधायक सत्ता पक्ष में कैसे बैठ सकते हैं? उन्होंने सदन में लगातार हो रहे व्हिप उल्लंघन पर चिंता जताई और सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद दिया कि उसने सुनील सिंह के मामले में न्यायसंगत फैसला सुनाया। तेजस्वी ने कहा कि जो लोग दल बदल कर रहे हैं, उनके खिलाफ वे अदालत नहीं जाना चाहते, बल्कि विधानसभा में ही इसका समाधान चाहते हैं क्योंकि यह लोकतंत्र का मंदिर है। उन्होंने दावा किया कि जिन सीटों पर दल बदल हुआ है, वहां चुनाव कराया जाए तो सच्चाई सामने आ जाएगी।
पटना से रंजन की रिपोर्ट