Bihar vidhansabh Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव अगले कुछ महीनों में होने वाला है। चुनाव की तैयारियां सभी पार्टियों ने शुरु कर दी। चुनाव होने में भले ही अभी कुछ महीने शेष है लेकिन चुनाव में आने वाले रिजल्ट को लेकर प्रदेश की सियासत अभी से ही सातवें आसमान पर है। एक और एनडीए का दावा है कि बिहार में उनकी सरकार बनेगी तो वहीं महागठबंधन का दावा है कि इस बार किसी भी कीमत पर तेजस्वी की सरकार बनेगी। लेकिन राजद के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पिछले 80 दिनों से पार्टी कार्यालय नहीं पहुंचे हैं, वह पार्टी कितनी संगठित है और चुनावी रणनीति को प्रभावी तरीके से कैसे लागू कर पाएगी?
राजद के प्रदेश अध्यक्ष अब तक नदारद
दरअसल, राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह 23 नवंबर से अब तक न तो पटना में दिखे हैं और न ही पार्टी ऑफिस में नजर आए हैं। न ही तेजस्वी यादव और न ही लालू यादव को उनकी कोई जानकारी है। पार्टी के किसी अन्य नेता को भी यह नहीं पता कि वे कहां हैं। दिलचस्प बात यह है कि न तो लालू यादव ने उन्हें पद से हटाया है और न ही उन्होंने खुद इस्तीफा दिया है।
23 नवंबर के बाद अब तक नहीं दिखे जगदानंद सिंह
उनके बेटे ने रामगढ़ उपचुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा और वह तीसरे स्थान पर रहे। नतीजे 23 नवंबर को आए और 24 नवंबर से ही जगदानंद सिंह पार्टी कार्यालय से गायब हैं। जब पार्टी के प्रवक्ताओं से इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है। लेकिन सवाल यह है कि जो पार्टी 2025 में सरकार बनाने का दावा कर रही है, उसके प्रदेश अध्यक्ष ही लंबे समय से नदारद हैं, तो पार्टी संगठन को मजबूती कौन देगा?
लालू यादव करेंगे कार्रवाई?
लालू प्रसाद यादव भले ही पार्टी के बड़े नेता हैं लेकिन प्रदेश अध्यक्ष का काम संगठन को मजबूत रखना और कार्यकर्ताओं तक नेतृत्व के फैसले पहुंचाना होता है। ऐसे में जब प्रदेश अध्यक्ष ही लापता हैं तो पार्टी की चुनावी तैयारी कैसे होगी? इस बीच आरजेडी संगठन के चुनाव की प्रक्रिया भी जारी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या लालू यादव इस पर कोई बड़ा फैसला लेंगे? क्या तेजस्वी यादव जगदानंद सिंह को हटाकर किसी नए चेहरे को मौका देंगे?
तेजस्वी के पास भी है फैसला लेने का अधिकार
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लालू यादव पहले ही तेजस्वी को बड़े फैसले लेने का अधिकार दे चुके हैं। पार्टी की कई अहम बैठकों और कार्यक्रमों में लालू और तेजस्वी यादव की मौजूदगी के बावजूद जगदानंद सिंह कहीं नजर नहीं आए। आखिरकार, जगदानंद सिंह कहां हैं? यह सवाल अब भी अनसुलझा है।
पटना से रंजन की रिपोर्ट