Bihar Vidhansbha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बीच, एनडीए गठबंधन के अंदर सीटों को लेकर खींचतान की खबरें सामने आ रही हैं। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के संरक्षक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने 20 सीटों पर दावेदारी जताते हुए इस चर्चा को हवा दी। जीतनराम मांझी के दावे से सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है। दूसरी ओर मांझी के बयान पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने भी बड़ा बयान दे दिया है। इसके बाद सियासी खींचातानी और बढ़ गई है।
मांझी का 20 सीटों पर दावा
दरअसल, जीतन राम मांझी ने कहा, "हमारी पार्टी को कम से कम 20 सीटें मिलनी चाहिए। हमारे कार्यकर्ता तो चाहते हैं कि हम 40 सीटों पर चुनाव लड़ें।" उन्होंने यह भी कहा कि पटना के गांधी मैदान में होने वाली रैली में इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। जब उनसे पूछा गया कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं होती, तो उन्होंने स्पष्ट जवाब दिया, "अगर-मगर की कोई बात नहीं। नरेंद्र मोदी हमारे नेता हैं और नीतीश कुमार हमारे मुख्यमंत्री हैं।"
भाजपा अध्यक्ष की प्रतिक्रिया
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने मांझी की इस मांग पर कोई विशेष टिप्पणी नहीं की। उन्होंने कहा, " बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए में सीटों का बंटवारा पहले ही तय हो चुका है। फॉर्मूला स्पष्ट है, और गठबंधन में कोई नाराजगी नहीं है। निर्धारित समय पर सबकुछ सामने आ जाएगा। किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है।"
गांधी मैदान में होगी अंतिम चर्चा
जीतन राम मांझी ने कहा कि उनकी पार्टी जल्द ही पटना के गांधी मैदान में एक बड़ी रैली का आयोजन करेगी। इस रैली में पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ मिलकर चुनावी रणनीति तय की जाएगी। मांझी का कहना है कि उनकी पार्टी की भूमिका इस बार के विधानसभा चुनाव में महत्वपूर्ण होगी, और उनके कार्यकर्ता इसे लेकर पूरी तरह उत्साहित हैं।
एनडीए के घटकों में संतुलन की चुनौती
एनडीए गठबंधन के घटक दलों के बीच सीटों का संतुलन बनाना भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। हालांकि, भाजपा नेतृत्व ने इसे लेकर आश्वासन दिया है कि गठबंधन के भीतर सबकुछ ठीक है और समय पर निर्णय लिए जाएंगे। बिहार में अक्टूबर-नवंबर 2025 में विधानसभा चुनाव होने हैं, और उससे पहले सीटों को लेकर एनडीए में यह खींचतान राजनीतिक समीकरणों को और दिलचस्प बना रही है।