Bhojpuri Holi Song: होली का त्योहार आते ही रंगों की मस्ती के साथ-साथ गानों की धुन भी तेज हो जाती है। बॉलीवुड से लेकर भोजपुरी तक हर साल नए होली गाने रिलीज होते हैं, जो माहौल को और रंगीन बना देते हैं। लेकिन कुछ भोजपुरी गाने ऐसे भी हैं, जिन्हें अगर पब्लिक प्लेस पर बजाया जाए तो आपको शर्मिंदा होना पड़ सकता है। इनके बोल इतने डबल मीनिंग और अश्लील होते हैं कि अगर आपने इन्हें गलती से भी संस्कारी माहौल में बजा दिया तो पब्लिक आपकी पिटाई करने से पीछे नहीं हटेगी। अगर आप इन गानों को सुनना चाहते हैं तो हेडफोन जरूर लगाएं, वरना आसपास बैठे लोग आपको अजीब नजरों से देखने लगेंगे। आइए जानते हैं इस साल के 5 सबसे विवादित और बोल्ड भोजपुरी होली गाने, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
1. भीज जला भीतर ले - खेसारी लाल यादव : भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव हर साल होली पर नया धमाका करते हैं। इस बार उनका गाना "भीज जला भीतर ले" रिलीज हुआ है, जिसमें उनके साथ अनीशा पांडे नजर आ रही हैं। हालांकि, इस गाने के बोल इतने बोल्ड और डबल मीनिंग हैं कि इसे घर पर बजाना बड़ी गलती साबित हो सकती है।
2. लहे लहे रंगब सलवारवा – पवन सिंह: भोजपुरी के पावर स्टार पवन सिंह के गाने होली पर हर तरफ गूंजते हैं, लेकिन 2021 में रिलीज हुआ उनका गाना "लहे लहे रंगब सलवारवा" अभी भी विवादों में है। बेहतर होगा कि इस गाने को सार्वजनिक जगहों पर बजाने से बचें, वरना आसपास के लोग आपको घूरने लगेंगे।
3. होली में सिस्टम - अरविंद अकेला कल्लू और शिल्पी राज: भोजपुरी सिंगर अरविंद अकेला कल्लू और शिल्पी राज का नया गाना "होली में सिस्टम" इस साल का सबसे वायरल होली गाना बन गया है। इसके म्यूजिक बीट्स तेज और डांस फ्लोर के लिए परफेक्ट हैं, लेकिन गाने के बोल इतने डबल मीनिंग और आपत्तिजनक हैं कि इसे बिना ईयरफोन के सुनना नामुमकिन लगता है।
4. आवा ना चोली में रंग दालवाला – खेसारी लाल, पवन सिंह, काजल राघवानी: 2015 में रिलीज हुए गाने “आवा ना चोली में रंग दालवाला” में भोजपुरी के कई बड़े सितारे – खेसारी लाल यादव, पवन सिंह, काजल राघवानी, अक्षरा सिंह और स्मृति सिन्हा नजर आए थे। इस गाने की लोकप्रियता आज भी बरकरार है, लेकिन इसके बोल इतने आपत्तिजनक हैं कि इसे किसी पारिवारिक समारोह में बजाना मतलब खुद को शर्मिंदा करना है।
5. दुन्नो पुआ – अरविंद अकेला कल्लू और शिल्पी राज : होली 2025 से ठीक पहले रिलीज हुए गाने “दुन्नो पुआ” को अरविंद अकेला कल्लू और शिल्पी राज ने गाया है। गाने के बोल इतने भड़काऊ और दोहरे अर्थ वाले हैं कि इसे शालीनता से जोड़ना मुश्किल हो जाता है।
क्या इन गानों पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए?
भोजपुरी होली गानों में अश्लीलता और दोहरे अर्थ वाले बोल कोई नई बात नहीं है। लेकिन हर साल गाने संस्कृति की हदें पार कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने सवाल उठाया है कि क्या होली के नाम पर ऐसे गानों को बढ़ावा देना सही है? वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि अगर आपको ये गाने पसंद नहीं हैं तो इन्हें न सुनें, लेकिन दूसरों को इन्हें सुनने पर रोक लगाने की मांग करना सही नहीं है।
संस्कारी लोगों के लिए अलर्ट!
अगर आप किसी संस्कारी परिवार में हैं या किसी पारिवारिक समारोह में हैं तो इन गानों को बजाने की गलती न करें। बेहतर होगा कि आप अपनी होली की प्लेलिस्ट में ऐसे गाने शामिल करें, जिन्हें आप दोस्तों और परिवार के साथ बिना किसी शर्मिंदगी के एन्जॉय कर सकें।