Bihar weather: बिहार लौटते मॉनसून से झमाझम बारिश होने से मौसम सुहाना होने के साथ गुलाबी ठंड का अहसास भी होने लगा है. साथ हीं बारिश कुछ जिला के लोगों के लिए आफत भी बन गई है.आज यानी 28 सितंबर 2024 को बिहार में मौसम की स्थिति काफी गंभीर रहने वाली है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राज्य के कई जिलों के लिए भारी बारिश का अनुमान व्यक्त किया है. पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुज़फ़्फ़रपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, पटना, जहानाबाद, मधुबनी और भोजपुर जिलों में अत्यधिक बारिश होने की संभावना है.
मौसम विभाग ने इन 13 जिलों के प्रशासन को ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है. इन क्षेत्रों में अचानक बाढ़ आने का खतरा बढ़ गया है.सरकार ने प्रशासन को सभी निवारक उपाय करने और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है. इसके अलावा, अगले 24 घंटों में अत्यधिक बारिश के साथ-साथ तेज हवाएँ चलने की भी संभावना जताई गई है.
बारिश के कारण नदियों में जल स्तर बढ़ने की आशंका है. इससे बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में स्थिति और बिगड़ सकती है. विशेष रूप से गंगा किनारे रहने वाले लोग पहले से ही बाढ़ से प्रभावित हैं और अब यह बारिश एक नई चुनौती पेश कर सकती है.
भारी बारिश के चलते जनजीवन पर असर पड़ा है. स्कूल-कॉलेज पर भी इसका प्रभाव पड़ा है. आज यानी 28 सितंबर 2024 को बिहार में मॉनसून काफी सक्रिय रहेगा.
कटिहार,भागलपुर, छपरा,सुपौल इन क्षेत्रों में बाढ़ से लोग त्रसत रहेगे. इन क्षेत्रों में नदियां उफान पर हैं. लोगों के घरों में पानी घुस गया है. लोग किसी तरह जीवनयापन कर रहे हैं.
वहीं कोसी का रौद्र रूप बिहार में जल प्रलय मचा रही है. नेपाल में हुई भारी बारिश ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं जिसका परिणाम है कि बिहार में कोसी नदी उफना गई है. कोसी में पानी आने के 56 साल पुराना रिकॉर्ड टूटने के करीब है और शनिवार सुबह कोसी बराज के सभी फाटक खोल दिए गए.
दरअसल, गंडक नदी में भी 21 साल बाद रिकॉर्ड छह लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है.