SITAMARHI : नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्रों के साथ बिहार में रुक रुक कर हो रही बारिश का सीधा असर देखने को मिल रहा है। बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि से बेलसंड प्रखंड में बांध टूटने के बाद रुन्नीसैदपुर के तिलकताजपुर में बागमती का दाहिना तटबंध टूट गया। जिससे आधा दर्जन पंचायत प्रभावित हो गए है।
तटबंध टूटने से महेसा फ़रकपुर, बरहेता, तिलकताजपुर समेत दर्जनों गावों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। बांध टूटने के कारण इन गांवों में पानी भरने से करीब एक लाख लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। दूसरी तरफ आधा दर्जन घर जलसमाधि ले चुके है।
लोगों का कहना है कि बांध टूटने के करीब 18 घंटा हो गया। इसके बावजूद अभी तक किसी भी प्रकार के सरकारी राहत नहीं मिल सकी है। बांध टूटने के बावजूद प्रशासन की ओर से कोई सुरक्षात्मक उपाय नहीं किए गए है जिससे लोगों में भय व्याप्त है। कई जगह बांध में अब भी रेनकट बना हुआ है। यह इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है कि किस प्रकार बागमती प्रमंडल के विभागीय अधिकारियों की उदासीन कार्यप्रणाली के कारण अब भी बागमती दाएं तटबंध पर खतरनाक प्रतीत हो रहे है।
सीतामढ़ी से अविनाश की रिपोर्ट