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BIHAR FLOOD NEWS : देर रात वैशाली जिले में पहुंचेगा गंडक में छोड़ा गया छह लाख क्यूसेक पानी, प्रशासन हाई अलर्ट पर, खौफ में नदियों के किनारे बसे लोग

6 lakh cusecs of water will reach Gandak

HAJIPUR : बिहार में बाढ़ लगातार ढाह रही है चाहे वह कोसी की क्षेत्र, गंडक की या गंगा नदी की, यह सभी नदियां अपनी उफान पर है । बिहार में आनेवाली बाढ़ का कारण नेपाल सहित अन्य पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश को बताया जा रहा है।  

बाढ़ से बचाव के लिए प्रशासन भी अपनी कमर कसनी शुरू कर दी है।  संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन के द्वारा माइकिंग के जरिए लोगों को अलर्ट रहने की जानकारी दी जा रही है तथा बांध के अंदर या फिर बांध के आसपास निचले इलाके में रह रहे लोगों को ऊंचे स्थान पर जाने की सलाह दी जा रही है, जिससे लोगों में बाढ़ को लेकर ज्यादा डर हो गया है। 

इन सभी के बीच वाल्मिकि गंडक बराज से लगभग 6 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद वैशाली डीएम यशपाल मीणा भी पूरे तत्परता से लोगों की सुरक्षा में लग गए हैं। वैशाली डीएम के निर्देश पर वैशाली जिले में पड़ने वाले गंडक नदी कि बांधों की सुरक्षा के लिए अधिकारियों की तैनाती कर दी गई है।

डॉक्टर एंबुलेंस SDRF की टीम एवं पुलिस बल भी उपलब्ध किया गया है  बाढ़ जैसी किसी भी आपातकाल स्थिति से निपटने के लिए वैशाली प्रशासन पूरी तरह तैयार है। 

वहीं लालगंज गंडक नदी के बसंता जहानाबाद गंडक घाट, बलुआ बसंता गंडक घाट सहित अन्य घाटों पर स्थानीय प्रशासन सहित जिला से आए प्रशासनिक अधिकारी एवं पुलिस बल लगातार बांध की सुरक्षा का जायजा ले रहे हैं। बताया जा रहा है कि वाल्मिका बराज से छोड़े गए 6 लाख क्यूसेक पानी सोमवार की देर रात्रि तक लालगंज से होकर हाजीपुर की तरफ गुजर सकती है। 

इस बीच लोगों को अनावश्यक रूप से बांध पर आने-जाने से मना किया जा रहा है तथा शव दाह करने वाले लोगों को नदी में स्नान न करने की सलाह दी जा रही है। 

जिले में बाढ़ का खतरा नहीं

हालांकि वैशाली जिले के लालगंज में बाढ़ की कोई खतरा नहीं है ऐसा प्रशासन का कहना है फिर भी प्रशासन सुरक्षा में कहीं चूक नहीं करना चाहती और आपातकाल स्थिति से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम कर दी है। वहीं आम जनों का कहना है कF प्रशासन जो बाढ़ के समय बांध की सुरक्षा को लेकर कमर कसती है। वही कार्य अप्रैल या मई के महीने में भी प्रशासन कर सकती है ताकि बाढ़ आने की कोई खतरा ही ना हो।  

इस संबंध में लालगंज अंचला अधिकारी स्मृति साहनी ने बताया कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए हम लोग पूरी तरह तैयार है। एसडीआरएफ की पांच टीम तएराग सभी आ गए हैं। सभी बांधों पर अधिकारियों की तैनाती की गई है। जो 24 घंटे बांध पर नजर रखेंगे

रिपोर्ट - रिषभ कुमार



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