Bihar Land Survey: बिहार में जमीन सर्वे का काम जारी है। पिछले एक महिने यानी 20 अगस्त से नीतीश सरकार ने जमीन सर्वेक्षण का काम शुरु कर दिया है। जमीन सर्वे को लेकर जमीन मालिकों के लिए तरह तरह के फरमान भी जारी किए जा रहे हैं। वहीं इसी कड़ी में सरकार के ओर से आकंड़ा जारी किया है कि कितने लोगों ने एक महीने में अपनी जमीन का ब्यौरा विभाग में जमा कर दिया है। साथ सरकार में खतियान की स्थिति को भी बताया है।
अब तक 36 लाख लोगों ने जमा किया ब्यौरा
जानकारी अनुसार भूमि सर्वे में अब तक 36 लाख से ज्यादा लोगों ने अपनी भूमि का ब्यौरा जमा कर दिया है। राजस्व और भूमि सुधार विभाग की मानें तो 25 लाख स्वघोषणा पत्र ऑफलाइन तो वहीं 11 लाख स्वघोषणा पत्र ऑफलाइन भरे गए हैं। वहीं बीते शुक्रवार यानी 20 सितंबर को राजस्व विभाग के सचिव जय सिंह ने प्रदेश सभी जिलों के अधिकारियों के साथ वर्जुअल बैठक की।
43,041 गांवों की हुई सर्वे
इस बैठक में अधिकारियों ने बताया कि सरकार के योजना के मुताबिक ही जमीन सर्वे का काम जारी है। कुछ लोगों के द्वारा अफवाह फैलाए जा रहे हैं लेकिन सरकार उसके लिए तैयार है। लोगों को परेशानी ना हो इसलिए समय समय पर जमीन सर्वे से जुड़ी छोटी-बड़ी जानकारी लोगों तक पहुंचाई जा रही है। विभाग के सचिव ने बताया कि फिलहाल 445 अंचलों में भू मालिकों से स्वघोषणा पत्र भरवाए जा रहे हैं। साथ ही मौजों का प्रपत्र-5 यानी खतियान का सार तैयार करने का भी काम जारी है। बैठक में 43,041 गांवों के सर्वे की समीक्षा भी की गई। सभी गांवों में सर्वे की घोषणा हो गई है लेकिन केवल 42,561 गांवों की जानकारी वेबसाइट पर अपलोड है।
41,333 जगहों हुई बैठक
इस विभाग के मुताबिक, अब तक 41,333 जगहों पर ग्राम सभा की बैठकें हो चुकी हैं। हालाँकि, वेबसाइट ने केवल 37,974 मौजों की जानकारी जारी की गई। गोपालगंज और पूर्वी चंपारण में स्वघोषणा की संख्या कम है और शोध कार्य ठीक से नहीं किया जाता है। इन क्षेत्रों में नगर निगम अधिकारियों को उचित कार्रवाई की सूचना दे दी गई है। ऑफलाइन प्राप्त आवेदनों को यथाशीघ्र ऑनलाइन करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
फोन पर ले सकते हैं सारी जानकारी
विभाग के सचिव जय सिंह ने कहा कि खतियान लिखने का काम 20,526 मौज में शुरू हुआ था। इससे 8,737 मौजा में खतियान या तेरिज का सार लिखने का काम पूरा हो जाता है। ग्राम अधिकारियों को हतियान लिखने का कार्य शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया गया। भूमि पंजीकरण और परिमाप के निदेशक जे प्रियदर्शिनी ने बंदोबस्त अधिकारियों से कहा कि उन्हें तकनीक रुप से तैयार होना चाहिए। साथ ही उन्होंने बंदोबस्त पदाधिकारियों को आदेश दिया है कि वो बिहार सर्वे ट्रैकर एप से कामचारियों के काम पर नजर रख सकेंगे। साथ ही इस ऐप से भू-मालिक भी अपने गांव में भूमि सर्वे से जुड़ी जानकारी ले सकेंगे।