बिहार में मक्का आधारित उद्योग लगाएं कंपनियां, सरकार देगी सहयोग, कृषि मंत्री ने रखा प्रस्ताव

बिहार सरकार ने राज्य में मक्का उत्पादन और मक्का आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने हाल ही में फिक्की के इंडिया मेज समिट में इस संबंध में जानकारी दी। मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह पहल किसानों की आय को बढ़ाने, रोजगार के अवसर सृजित करने, और राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में सहायक सिद्ध होगी। बिहार देश का पांचवा सबसे बड़ा मक्का उत्पादक राज्य है, जहां कुल मक्का उत्पादन में राज्य का लगभग 11% योगदान है। मक्का का उत्पादन न केवल खाद्य सुरक्षा में योगदान देता है, बल्कि यह कई अन्य उद्योगों के लिए कच्चा माल भी प्रदान करता है। बिहार की भौगोलिक स्थिति और जलवायु मक्का उत्पादन के लिए अनुकूल है, जिससे इसे उत्पादन के लिए एक उपयुक्त स्थान माना जाता है।
मंत्री मंगल पांडेय ने उद्योगपतियों और संस्थानों से आग्रह किया है कि वे बिहार में मक्का आधारित उद्योग लगाने के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा कि बिहार में बीज उत्पादन के लिए खेती करने के अवसर भी उपलब्ध हैं, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन होगा। मंत्री ने उद्योगपतियों को यह भी आश्वासन दिया कि सरकार हर संभव सहयोग प्रदान करेगी। सरकार बीज उत्पादक कंपनियों को बिहार में बीज उत्पादन के लिए प्रोत्साहित कर रही है। इस दिशा में, कंपनियों को भूमि उपलब्ध कराने की योजना बनाई जा रही है, जिससे वे आसानी से मक्का का बीज उत्पादन कर सकें। यह कदम न केवल कृषि में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देगा, बल्कि स्थानीय किसानों को भी बेहतर बीज उपलब्ध कराने में सहायक होगा।
बिहार सरकार ने कृषि के क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक अलग नीति भी लागू की है। इस नीति के अंतर्गत, बीज प्रसंस्करण से लेकर फूड प्रोसेसिंग तक के क्षेत्रों में 25% तक कैपिटल सब्सिडी दी जा रही है। यह निवेश प्रोत्साहन नीति कृषि क्षेत्र में नए उद्यमों की स्थापना को बढ़ावा देगी। राज्य सरकार की इथेनॉल प्रोत्साहन नीति भी मक्का उत्पादक किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है। इस नीति के अंतर्गत किसानों को इथेनॉल उत्पादन में सहायता प्रदान की जा रही है, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो रही है और वे अतिरिक्त आय के स्रोतों का लाभ उठा सकेंगे।
इन सभी पहलों का उद्देश्य किसानों की आय में वृद्धि करना, नए उद्योगों के माध्यम से रोजगार के अवसर पैदा करना, और राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करना है। मक्का उत्पादन और उससे जुड़े उद्योगों के विकास से न केवल किसानों को लाभ होगा, बल्कि यह राज्य में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। बिहार सरकार की यह पहल निश्चित रूप से किसानों और उद्योगपतियों के लिए एक उज्जवल भविष्य की ओर ले जाने में सहायक सिद्ध होगी