Bihar News: गोपालगंज के राजेंद्र बस स्टैंड की अरबों की कीमत वाली जमीन की फर्जी जमाबंदी करने वाले अंचल अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है. जिलाधिकारी ने पहले जांच कराई, जांच में मामला सत्य पाया गया. इसके बाद गोपालगंज सीओ गुलाम सरवर, राजस्व कर्मचारी और एक भू-माफिया के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई. जिलाधिकारी ने आरोपी सीओ के खिलाफ विभागीय कार्यवाही को लेकर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को रिपोर्ट किया था. जिलाधिकारी की रिपोर्ट के बाद आरोपी सीओ को निलंबित कर दिया गया है.
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा जारी संकल्प में बताया गया है कि गोपालगंज के जिलाधिकारी ने 23 सितंबर 2024 को रिपोर्ट दिया था. जिसमें कहा गया है कि राजेंद्र बस स्टैंड गोपालगंज की अवैध रूप से कायम जमाबंदी की विस्तृत जांच कराई गई. अपर समाहर्ता एसडीओ और डीसीएलआर की जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि गोपालगंज के अंचल अधिकारी गुलाम सरवर ने जमाबंदी संख्या 792 सृजित किया है. जांच में इस आरोप की पुष्टि हुई है. जांच के बाद आरोपी सीओ के खिलाफ गोपालगंज के नगर थाने में 18 सितंबर 2024 को ही केस दर्ज किया गया है. लिहाजा इन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है. निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय आयुक्त तिरहुत प्रमंडल का कार्यालय होगा.
बता दें, गोपालंगज बस स्टैंड की जमीन बिक्री की शिकायत मिलने के बाद जिलाधिकारी मो. मकसूद आलम ने पहले जांच कराई. जांच में आरोप साबित होने पर अंचल पदाधिकारी, सीओ, राजस्व कर्मचारी और एक भू-माफिया के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के निर्देश दिए । तब जिलाधिकारी ने बताया था कि नगर परिषद के राजेंद्र बस स्टैंड की 85 कट्ठा जमीन पर भू-माफिया अजय दूबे ने अंचल कर्मियों की मिलीभगत से फर्जी जमाबंदी करा ली थी. इसके तहत जमीन पर कब्जा करने का दावा भी किया गया था. डीएम ने सदर अंचल के सीओ गुलाम सरवर, सीआई जटाशंकर प्रसाद और राजस्व कर्मचारी दिनेश चंद्र मिश्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया था.