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इस राज्य के 11 गांवों में भूलकर भी गए तो खैर नहीं, कोई नहीं बचा पायेगा, बढ़ सकती है मुसीबत

  इस राज्य के 11 गांवों में भूलकर भी गए तो खैर नहीं, कोई नहीं बचा पायेगा, बढ़ सकती है मुसीबत

N4N DESK : देश के किसी हिस्से में किसी के आने जाने पर कोई रोक नहीं है। हालाँकि कई संवेदशील जगहों पर लोगों का जाना पूरी तरह निषेध रहता है। यहाँ भी विशेष अनुमति लेकर जाया जा सकता है। लेकिन देश के एक राज्य के 11 गाँव के लोगों ने किसी के गाँव में आने पर प्रतिबन्ध लगा दिया है। लगातार बढ़ रही चोरी की वारदात से लोगों ने इस तरह का कदम उठाया है।   


दरअसल झारखण्ड के गुमला जिले के बरडीह पंचायत के ग्यारह गांवों में एक अनोखा फरमान जारी किया गया है। यहां के ग्रामीँणों ने बकरी चोरों के आतंक से बचने के लिए शाम में छः बजे के बाद गांव में अनजान लोगों के लिए नो इंट्री का बोर्ड लगा दिया है।


दरअसल गुमला जिले के चैनपुर प्रखंड स्थित बरडीह पंचायत के 11 ग्रामों के ग्रामीण बकरी चोरी गिरोह से परेशान हैं। इस गांव में एक महीने के अंदर तीस-चालीस बकरियों की चोरी हो चुकी है। इसी चोरी को रोकने के लिए और चोरों को पकड़ने के लिए ग्रामीणों ने उरु गांव में बैठक कर नया फरमान जारी किया है। ग्रामीणों ने यह निर्णय लिया है कि किसी भी अनजान व्यक्ति को शाम छः बजे के बाद गांव में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। 


इसके लिए बरडीह पंचायत के बॉर्डर इलाके में नो इंट्री का बोर्ड लगाया जाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस को लगातार सूचना देने के बावजूद भी किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही थी, इसीलिए यह कदम उठाया गया है।


बकरी चोरों को पकड़ने के लिए चोरों को पकड़ने के लिए बॉर्डर इलाके में कड़ी नजर रखी जाएगी और ग्रामीण टीम बनाकर गस्त करेंगे। अगर चोर पकड़े गए तो पहले उन्हें पिटा जाएगा, फिर पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा।


ग्रामीणों का कहना है कि इस पंचायत के लगभग सभी गांव नक्सल प्रभावित हैं। प्रशासन के द्वारा नक्सलियों पर लगाम लगाने की वजह से इस तरह की घटनाओँ में ईजाफा हुआ है।

      

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