JAMTARA : जामताड़ा पुलिस को साइबर अपराध के क्षेत्र में बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। पुलिस ने साइबर अपराध से जुड़े छः लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी अपराधियों के साइबर अपराध की धाराओं के अंतर्गत मुकदमा दर्ज करके जेल भेज दिया गया है। पुलिस इन अपराधियों के पीछे लम्बे समय से लगी थी एवं इसके लिए भारतीय साइबर अपराध समन्वय केन्द्र और गृह मंत्रालय से भी मदद माँगी गई थी।
अत्याधुनिक तकनीक का करते थे इस्तेमाल
पुलिस ने बताया है कि ये अपराधी लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और चैट जीपीटी जैसे अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते थे। जाँच में पता चला कि इनलोगों ने करीब तीन लाख से भी अधिक लोगों को अपना शिकार बनाया था और करीब ग्यारह करोड़ से अधिक की ठगी की थी।
सरकारी योजनाओँ का देते थे प्रलोभन
ठगी को अंजाम देने के लिए शातिरों ने फर्जी एपीके बनाकर उसे विभिन्न सोशल साइट्स पर डाल दिया था। जिसमें विभिन्न सरकारी योजनाओं का एपीके जैसे पीएम किसान योजना एपीके, पीएम फसल योजना एपीके और कई अन्य बैंको का एपीके भी शामिल था। एसपी एहतेशाम वकारिब ने बताया कि ये अपराधी जामताड़ा के नारायणपुर थाना क्षेत्र में साइबर ठगी को अंजाम देने जुटे थे। तभी मौके पर मुस्तैद पुलिस ने उन्हें धर दबोचा। पुलिस की गिरफ्त में आए अपराधी गिरिडीहल के अहिल्यापुर थाना क्षेत्र के बांकीकला गॉव से ताल्लुक रखते हैँ।
बैंक एवं मोबाइल के डाटा हुए बरामद
पुलिस को जांच में इन अपराधियों के पास से करीब 2700 लोगों के डाटा बरामद हुए है। जिसका इस्तेमाल ये लोगों को अपना शिकार बनाने में करते थे। इनके पास से विभिन्न बैंकों के खाताधारकों का डाटा भी बरामद हुए है। पुलिस का मानना है कि इन सभी डाटाओँ का उपयोग कर ये अपराधी मासूम लोगों को अपने जाल में फंसाते थे और ठगी को अंजाम देते थे।
अभिषेक सुमन की रिपोर्ट