RANCHI : झारखंड सरकार ने एक अनोखी योजना की शुरुआत करते हुए प्रदेश के 30 जेलों में ऑटोमेटिक वेस्ट टू कंपोस्ट मशीनें लगाने की मंजूरी दे दी है। सरकार के इस पहल से जेलों में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही साफ़ सफाई में मदद मिलेगी।
बाहर बेचा जाएगा खाद
इन मशीनों से जेल के कचरे से खाद तैयार की जाएगी और इस खाद का इस्तेमाल जेल में किए जा रहे खेती में किया जाएगा। भविष्य में अगर उत्पादन क्षमता बढ़ती है तो अतिरिक्त खाद को बाहर के बाजार में भी बेचा जा सकता है। ये बातें कारा महानिरीक्षक ने कही। जिन जेलों में वेस्ट टू कंपोस्ट मशीनें लगेगी, उनमें जनजातीय क्षेत्र की 16 जेलों और अन्य क्षेत्र के 14 जेलों को शामिल किया गया है।
इतने रूपये होंगे खर्च
इन मशीनों को स्थापित करने में कुल 6 करोड़ 58 लाख 6 हजार 720 रुपये खर्च होंगे। यह राशि वित्तिय वर्ष 2024-25 के राज्य योजना मद से खर्च की जाएगी। जनजातिय क्षेत्र की 16 जेलों में कुल 20 मशीने लगाई जाएगी। जिस पर कुल 3 करोड़ 55 लाख 71 हजार 200 रुपये खर्च होंगे। जबकि अन्य क्षेत्र की 14 जेलों में कुल 17 मशीनें लगेंगी। जिसपर कुल 3 करोड़ 2 लाख 35 हजार 520 रुपये का खर्च आएगा।
जेलों का हो चुका है चयन
जिन- जिन जेलों में यह मशीनें लगाई जाऐगी,उसके नामों की भी घोषणा कर दी गई है। बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार, केंद्रीय कारागार जमशेदपुर, केंद्रीय कारागार दुमका, लोक नायक जयप्रकाश केद्रीय कारा हजारीबाग, केद्रीय कारा गिरिडीह, केंद्रीय कारा मेदिनीनगर, पलामू और मंडल कारा साहिबगंज में दो-दो मशीनें लगेंगी। वहीं मंडल कारा चाईबासा,गुमला, जामताड़ा, लातेहार, लोहरदगा, पाकुड, साकची जमशेदपुर, सरायकेला, सिमडेगा, उपकारा घाटशिला, खूंटी, राजमहल, केंद्रीय कारा देवघर, मंडल कारा चास, चतरा, धनबाद, गढ़वा, कोडरमा, गोड्डा, उपकारा बरही,रामगढ़, तेनुघाट व खुला जेल सह पुनर्वास कैंप हजारीबाग में एक-एक मशीन लगाई जाऐंगी।
अभिषेक सुमन की रिपोर्ट