RANCHI : नीति आयोग ने आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत झारखंड के पांच जिलों का चयन अलग-अलग क्षेत्रों में उनके बेहतर प्रदर्शन के लिए किया है। इन जिलों को तीन करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि नीति आयोग के द्वारा प्रदान की जाएगी।
पांच जिलों का हुआ है चयन
अलग-अलग श्रेणी में झारखंड के जिन जिलों का चयन नीति आयोग के द्वारा किया गया है, उनमें साहिबगंज को शिक्षा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए, पलामू और खूंटी को हेल्थ और न्युट्रिशन के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए , गिरिडीह को फाइनांसियल इनक्यूजन एंड स्किल डेवलपमेंट के लिए और गढ़वा को एग्रीकल्चर एवं वाटर रिसोर्स के क्षेत्र में किए गए काम के लिए किया गया है।
सेवा-पुस्तिका में भी दर्ज हो उपलब्धि
नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीवीआर सुब्रहम्णयम ने दो दिन पूर्व ही राज्य के मुख्य सचिव को इसके लिए पत्र लिखा है। मुख्य सचिव को सभी पांच जिलों के उपायुक्तों की सेवा-पुस्तिका में उनके इस उल्लेखनीय कार्यो का वर्णन करने के लिए कहा गया है ताकि उनकी उपलब्धियों को हमेशा याद किया जा सके।
पिछले दस वर्षों से खराब था रिजल्ट
गौरतलब है कि साहेबगंज जिला का दसवीं का परिणाम काफी खराब आ रहा था। इसको बेहतर करने के लिए साहिबगंज उपायुक्त हेमंत सती ने जिला प्रशासन के विभिन्न अधिकारियों को अलग-अलग स्कूलों पर नजर रखने को कहा एवं वहां के बच्चों को पिछले दस वर्षों का प्रश्न-पत्र हल करवाया। उपायुक्त ने बच्चों की उपस्थिति को बढाने के साथ-साथ कई अहम कदम उठाए।
2024 में रहा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
इसी क्रम में उन्होंने विद्यालयों की आधारभूत संरचना को दुरुस्त करने से लेकर शिक्षक की कमियों को दूर करने के लिए अनेक प्रयास किए। परिणामस्वरुप साहेबगंज जिला को वर्ष 2024 में शिक्षा के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए नीति आयोग के द्वारा सम्मानित किया गया। साहेबगंज के उपायुक्त हेमंत सती ने इस अभियान से जुड़े सभी अधिकारियों का धन्यवाद दिया और कहा कि नीति आयोग से मिलने वाली राशि का उपयोग शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों के लिए किया जाएगा।
अभिषेक- सुमन की रिपोर्ट