RANCHI : आत्मनिर्भर भारत के तहत छोटे उद्योगों को आर्थिक मदद पहुंचाने के उद्देश्य से और उन्हें सशक्त बनाने के लिए खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा झारखंड के तीन जिलों का चयन किया गया है।
तीन जिलों में किया जाएगा मेले का आयोजन
इस योजना के तहत प्रदेश के तीनों जिलों में मेले का आयोजन किया जाएगा और लाभार्थियों का चयन करके उन्हें आर्थिक रुप से सशक्त बनाने के लिए कम ब्याज पर त्रृण उपलब्ध कराया जाएगा ताकि इन इकाईयों को उद्योग के क्षेत्र में आगे बढ़ने का मौका मिले और आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
50 प्रतिशत तक मिलती है सब्सिडी
उद्योग मंत्री संजय प्रसाद यादव ने बताया कि उनकी विशेष पहल पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस योजना के तहत 50 प्रतिशत तक के सब्सिडी का भी प्रावधान है। वहीं इस विषय पर बात करते हुए उद्योग निदेशक सुशांत गौरव ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत राज्य सरकार ने तीन जिलों का चयन किया है। जिसमें गोड्डा, हजारीबाग और जमशेदपुर शामिल है। इसके लिए राज्य सरकार ने सारी तैयारियां पूरी कर ली है। सबसे पहले गोड्डा में मेला लगाया जाएगा। और उसके बाद इस मेले का आयोजन हजारीबाग और जमशेदपुर में किया जाएगा। इस मेले के तहत ऐसी छोटी इकाइयां जो फूड प्रोसेसिंग से जुड़ी है, उसका चयन किया जाएगा और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। इसके लिए केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा जाएगा। इस योजना के तहत चुने गए लाभार्थियों को सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
छोटे स्तर के उद्यमियों को होगा फायदा
विभाग से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल इस मेले के लिए लोगों को जागरुक किया जा रहा है। वन डिस्ट्रिक वन फूड योजना के तहत राज्य के सभी जिलों में खाद्य पदार्थों का चयन कर लिया गया है। इसके तहत छोटे ठेलेवालों से लेकर बहुत छोटे स्तर पर काम कर रहे उद्यमियों को आर्थिक मदद की जाएगी ताकि वे अपने रोजगार को आगे बढ़ा सकें।
जानिए क्या है यह योजना?
प्रधानमंत्री फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड एंटरप्राइजेज( PMFME) योजना के तहत स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार के द्वारा आर्थिक मदद प्रदान की जाती है। इस योजना के लाभार्थियों को 50 प्रतिशत की सब्सिडी भी प्रदान की जाती है। जो भी उद्यमी इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं उन्हें प्रधानमंत्री सुक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होता है।
अभिषेक - सुमन की रिपोर्ट