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घर पर बनाकर रोज सोने से पहले नाभि में डालें आयुर्वेदिक तेल, मिलेंगे फायदे ही फायदे...

नाभि में तेल डालना न केवल शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है बल्कि त्वचा की नमी को बनाए रखता है और पाचन तंत्र को भी दुरुस्त करता है। घर पर आयुर्वेदिक तेल तैयार करने की विधि जानें और रोज सोने से पहले नाभि में लगाकर इसके फायदों का अनुभव करें।

नाभि में तेल

आयुर्वेद, भारतीय चिकित्सा पद्धति, शरीर, मन और आत्मा के संतुलन को बनाए रखने के लिए एक अनोखा तरीका है। नाभि, जिसे "केंद्र बिंदु" भी कहा जाता है, शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। आयुर्वेद के अनुसार, नाभि में तेल डालने से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक विकास भी होता है।


पाचन तंत्र को मजबूत बनाना:

नाभि में तेल लगाने से पाचन तंत्र को मजबूत करने में मदद मिलती है। यह कब्ज, गैस, एसिडिटी और अपच जैसी समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है। नाभि में तेल डालने से पेट की गर्मी शांत होती है और जठराग्नि को संतुलित करने में मदद मिलती है।


त्वचा में निखार:

नाभि में तेल लगाने से त्वचा को पोषण मिलता है। यह त्वचा को नमी प्रदान करता है और रूखेपन, खुजली और एक्जिमा जैसी समस्याओं को दूर करता है। इसके अलावा, यह त्वचा की प्राकृतिक चमक को बढ़ाता है।


तनाव और चिंता को दूर करना:

रोजाना नाभि में तेल लगाने से मानसिक शांति मिलती है। यह तनाव, चिंता और अनिद्रा जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। नाभि में तेल लगाने से नर्वस सिस्टम को शांति मिलती है, जिससे गहरी और आरामदायक नींद आती है।


इम्यूनिटी बूस्ट करना:

नाभि में तेल लगाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। यह शरीर को संक्रमण और बीमारियों से लड़ने की ताकत प्रदान करता है। नियमित रूप से नाभि में तेल लगाने से सर्दी-जुकाम और अन्य संक्रामक रोगों से बचाव होता है।


हार्मोनल संतुलन बनाए रखना:

नाभि में तेल लगाने से हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है। खासकर महिलाओं में मासिक धर्म संबंधी समस्याओं को दूर करने और हार्मोनल असंतुलन को ठीक करने में यह तरीका सहायक होता है।


जोड़ों के दर्द में आराम:

नाभि में तेल लगाने से जोड़ों के दर्द और सूजन को कम किया जा सकता है। यह विशेष रूप से गठिया और जोड़ों से जुड़ी अन्य समस्याओं में लाभकारी है।


आयुर्वेदिक तेल बनाने की विधि:

आप घर पर ही नाभि के लिए एक प्रभावी आयुर्वेदिक तेल बना सकते हैं। इसके लिए आपको तिल का तेल, अश्वगंधा पाउडर, ब्राह्मी पाउडर, लौंग और दालचीनी की आवश्यकता होगी। इन सभी चीजों को मिलाकर एक तेल तैयार किया जा सकता है, जिसे आप रोजाना रात को नाभि में 2-3 बूंद डालकर उपयोग कर सकते हैं।


नाभि में तेल लगाने का तरीका:

रात को सोने से पहले नाभि में 2-3 बूंद तेल डालें और हल्के हाथों से मालिश करें। इसे 5-10 मिनट तक रहने दें ताकि तेल शरीर में पूरी तरह से अवशोषित हो सके। इसके बाद आराम से सो जाएं।


सावधानियां:

हमेशा शुद्ध और प्राकृतिक तेल का उपयोग करें।

अगर आपकी त्वचा सेंसिटिव है, तो पहले पैच टेस्ट करें।

गर्भवती महिलाओं को इसे अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।


निष्कर्ष:

नाभि में तेल डालने से आपके शरीर और मन को कई तरह के फायदे हो सकते हैं। यह एक साधारण और प्रभावी आयुर्वेदिक तरीका है, जो आपको मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार ला सकता है।

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