दादी-नानी के समय से यह सलाह दी जाती रही है कि बच्चों को दूध और घी खिलाने से उनकी हड्डियां मजबूत होती हैं और शरीर स्वस्थ रहता है। लेकिन क्या आजकल के जीवनशैली में दूध और घी का अधिक सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है? इस बारे में डॉक्टरों का क्या कहना है, आइए जानते हैं।
दूध और घी: एक पारंपरिक आहार
हमारे पुराने समय में लोग दूध और घी को अपने आहार में नियमित रूप से शामिल करते थे। विशेष रूप से गांवों में लोग शारीरिक मेहनत और कामकाजी दिनचर्या के कारण पर्याप्त कैलोरी जलाते थे। ऐसे में दूध और घी का सेवन उनके शरीर के लिए फायदेमंद था। शरीर में अधिक ऊर्जा, ताजगी और ताकत मिलती थी, जिससे वे कम बीमार पड़ते थे।
क्या आजकल दूध और घी नुकसानकारी हो सकते हैं?
आजकल के समय में जीवनशैली में काफी बदलाव आ चुका है। पहले के मुकाबले आज लोग शारीरिक रूप से कम सक्रिय होते हैं। ऑफिस में बैठकर काम करने, कम शारीरिक श्रम करने और खानपान की असंतुलित आदतों के कारण शरीर में अधिक कैलोरी जमा हो जाती है। ऐसे में अगर ज्यादा दूध और घी का सेवन किया जाए, तो यह शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है।
डॉक्टरों के अनुसार, दूध और घी का सेवन शरीर के लिए उतना हानिकारक नहीं है, लेकिन जब इसे अत्यधिक मात्रा में खाया जाता है, तो यह पाचन प्रक्रिया को धीमा कर सकता है। इससे शरीर में फैट जमा होने लगता है, जिससे वजन बढ़ता है और कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी बढ़ सकता है। यह स्थिति हार्ट के लिए भी खतरनाक हो सकती है।
कितना दूध और घी सेवन करना चाहिए?
डॉक्टरों का कहना है कि एक दिन में 1-2 चम्मच घी का सेवन कोई नुकसान नहीं करता, लेकिन इसे खाने के साथ आपको शारीरिक एक्टिविटी भी करनी चाहिए। घी में अच्छे वसा होते हैं, लेकिन जब तक आप उन्हें पचाने के लिए मेहनत नहीं करते, तब तक यह शरीर के लिए बोझ बन सकता है। साथ ही, रात में 1 गिलास लो-फैट दूध पिया जा सकता है। हल्दी वाला दूध भी फायदेमंद होता है, क्योंकि हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। हालांकि, इससे ज्यादा दूध पीने से पाचन पर असर पड़ सकता है, और अधिक कैलोरी भी शरीर में जमा हो सकती है।
निष्कर्ष
दूध और घी का सेवन शरीर के लिए लाभकारी हो सकता है, लेकिन इसकी सही मात्रा और समय का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। अगर आपका शारीरिक श्रम कम है और आप सक्रिय नहीं रहते, तो अधिक दूध और घी का सेवन शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इसे संतुलित मात्रा में और सही तरीके से आहार में शामिल करना चाहिए, ताकि आप इसके लाभ उठा सकें।