open marriage trend: वर्तमान में शादी और रिश्तों के नए-नए ट्रेंड्स सामने आ रहे हैं, जिनमें से एक है ओपन मैरिज। शादी, जिसे आमतौर पर समर्पण और विश्वास का प्रतीक माना जाता है, उसमें अब एक नया कॉन्सेप्ट सामने आया है। ओपन मैरिज का चलन विदेशों में पहले से मौजूद था, लेकिन अब यह धीरे-धीरे भारत में भी लोकप्रिय हो रहा है। इस ट्रेंड के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने सीनियर साइकोलॉजिस्ट मोनिका शर्मा से बातचीत की, जिन्होंने ओपन मैरिज के बढ़ते चलन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।
क्या है ओपन मैरिज?
ओपन मैरिज (Open Marriage) एक ऐसा वैवाहिक संबंध है, जिसमें पति-पत्नी की सहमति से शादी के बाहर भी अन्य रोमांटिक और/या शारीरिक संबंध बनाए जा सकते हैं। इसका अर्थ यह है कि दोनों पार्टनर अपनी शादी के बाहर किसी और के साथ भी रिश्ते में आ सकते हैं, बशर्ते इसमें दोनों की आपसी सहमति हो। इस प्रकार के रिश्ते में फिजिकल या भावनात्मक जुड़ाव हो सकता है, लेकिन यह पारंपरिक विवाह की परिभाषा से अलग होता है।
ओपन मैरिज और पॉलीएमोरी में अंतर
पॉलीएमोरी (Polyamory) और ओपन मैरिज में अंतर है। पॉलीएमोरी में एक व्यक्ति कई लोगों के साथ रोमांटिक और भावनात्मक संबंध रख सकता है, और यह फिजिकल रिश्ते से पहले भावनात्मक जुड़ाव पर ज्यादा ध्यान देता है।
वहीं, ओपन मैरिज का फोकस अधिकतर फिजिकल रिलेशनशिप पर होता है, जिसमें भावनात्मक जुड़ाव हो भी सकता है और नहीं भी। ओपन मैरिज में यह महत्वपूर्ण है कि दोनों पार्टनर्स की सहमति हो और दोनों एक-दूसरे के फैसलों का सम्मान करें।
क्या ओपन मैरिज सबके लिए है?
जैसे एक सामान्य शादी के लिए समर्पण और समझदारी की जरूरत होती है, वैसे ही ओपन मैरिज के लिए भी कुछ खास नियम और सीमाएं होती हैं। हर किसी के लिए यह कॉन्सेप्ट उपयुक्त नहीं हो सकता है। इसके फायदे और नुकसान हैं, जिन्हें समझना बहुत जरूरी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के रिश्ते में प्रवेश करने से पहले दोनों पार्टनर्स को इसके सभी पहलुओं के बारे में अच्छे से जानकारी होनी चाहिए। इस रिश्ते में भावनात्मक स्थिरता और मानसिक संतुलन का होना बहुत जरूरी है। अगर कोई व्यक्ति इस रिश्ते के लिए मानसिक रूप से तैयार नहीं है, तो यह रिश्ते में समस्या का कारण बन सकता है।
भारत में ओपन मैरिज का बढ़ता ट्रेंड
भारत में ओपन मैरिज धीरे-धीरे एक लोकप्रिय विकल्प बनता जा रहा है, खासकर शहरी क्षेत्रों में। हालांकि, इसे सार्वजनिक रूप से स्वीकार करने वालों की संख्या अभी भी बहुत कम है। एक सर्वेक्षण के अनुसार, भारत में लगभग 3 मिलियन (30 लाख) लोग ग्लीडेन (Gleeden) नामक एक्स्ट्रा मैरिटल डेटिंग ऐप का उपयोग कर रहे हैं। यह ऐप उन शादीशुदा लोगों के लिए है जो बिना किसी झूठ के अपनी शादी के बाहर नए रिश्ते की तलाश कर रहे हैं। इसके अलावा, एक अन्य सर्वे के अनुसार, 60% सिंगल भारतीय इस बात से सहमत हैं कि ओपन मैरिज और पॉलीएमोरी जैसे संबंध भविष्य में उनके लिए एक विकल्प हो सकते हैं।
ओपन मैरिज के फायदे और नुकसान
जैसा कि हर रिश्ते के कुछ फायदे और नुकसान होते हैं, वैसे ही ओपन मैरिज में भी दोनों पहलू हैं:
फायदे:
आजादी और ईमानदारी: पार्टनर्स को एक-दूसरे से खुलकर अपनी इच्छाओं को साझा करने का मौका मिलता है।
भावनात्मक संतुलन: अगर रिश्ते में कोई एक पार्टनर संतुष्ट नहीं है, तो उसे रिश्ते से बाहर संतोष पाने का विकल्प मिलता है।
नुकसान:
भावनात्मक अस्थिरता: कई बार पार्टनर्स इस रिश्ते में भावनात्मक रूप से अस्थिर हो सकते हैं।
समाज द्वारा अस्वीकार: भारत जैसे पारंपरिक समाज में ऐसे रिश्ते को अभी भी समाजिक स्वीकृति नहीं मिली है।
ओपन मैरिज एक नया ट्रेंड
ओपन मैरिज एक ऐसा नया ट्रेंड है जो पारंपरिक शादी की अवधारणा से काफी अलग है। यह रिश्ते में ईमानदारी और सहमति के आधार पर चलता है। हालांकि, यह जरूरी है कि इसमें प्रवेश करने से पहले दोनों पार्टनर्स पूरी तरह से मानसिक रूप से तैयार हों और इस रिश्ते के सभी पहलुओं को समझें।