banaganga virginity check: बाणगंगा इलाके में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां शादी की पहली रात वर्जिनिटी चेक करने की कुप्रथा और दहेज प्रताड़ना का आरोप लगा है। पीड़िता ने बाणगंगा थाने में ससुराल पक्ष के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। इस घटना ने समाज में महिलाओं के प्रति हो रहे अत्याचारों की ओर ध्यान खींचा है।
वर्जिनिटी चेक की अमानवीय प्रथा
पीड़िता की शादी दिसंबर 2019 में भोपाल के एक युवक से हुई थी। शादी की पहली रात ही ससुराल वालों ने वर्जिनिटी चेक किया, जो पीड़िता के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने वाला अनुभव था। वकील के.के. कुन्हारे ने बताया कि यह प्रथा कुछ समुदायों में प्रचलित है, लेकिन 21वीं सदी में इसे अपनाना बेहद शर्मनाक है।
दहेज प्रताड़ना का आरोप
पीड़िता ने दहेज के लिए अत्याचार करने का भी आरोप लगाया है। गर्भावस्था के दौरान पीड़िता को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा, जिसमें तीन महीने में गर्भपात और बाद में मृत बच्ची को जन्म देना शामिल है। महिला एवं बाल विकास विभाग की जांच रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि ससुराल पक्ष ने वर्जिनिटी चेक के लिए अमानवीय तरीके अपनाए, जिससे पीड़िता को मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न हुआ।
कानूनी कार्रवाई
कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए ससुराल पक्ष पर कार्रवाई के आदेश दिए हैं। वकील के.के. कुन्हारे ने कहा, "इस तरह की प्रथाएं महिलाओं के अधिकारों के खिलाफ हैं।" इस मामले ने समाज में व्याप्त कुप्रथाओं के खिलाफ महिलाओं की आवाज को मजबूती से उठाने की आवश्यकता को दर्शाया है।
बाणगंगा में वर्जिनिटी चेक
बाणगंगा में वर्जिनिटी चेक और दहेज प्रताड़ना का यह मामला समाज में व्याप्त कुप्रथाओं के खिलाफ महिलाओं के अधिकारों की रक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसे रोकने के लिए जागरूकता और सख्त कानूनी कार्रवाई की आवश्यकता है।