30 October 2024 Panchang (30 अक्तूबर 2024 पंचांग): आज के दिन बुधवार (30 अक्टूबर) को छोटी दीवाली का त्योहार मनाया जाएगा। इस खास दिन को हिंदू धर्म में नरक चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है। सूर्योदय सुबह 06:25 पर होगी। आज के दिन शाम के समय में यम दीपक जलाया जाता है। इस दौरान काली चौदस के दिन रात 11:43से 12:24 तक निशिता काल रहेगा। इस मुहूर्त में काली चौदस की पूजा की जा सकती है।
30 अक्टूबर 2024 पंचांग: छोटी दीवाली और नरक चतुर्दशी का शुभ मुहूर्त और दिनचर्या
1. दिन और तिथि:
तिथि: चतुर्दशी, कार्तिक कृष्ण पक्ष
दिन: बुधवार
2. पर्व और महत्व:
त्योहार: छोटी दीवाली, जिसे नरक चतुर्दशी या काली चौदस के नाम से भी जाना जाता है।
विशेष महत्व: इस दिन शाम के समय यम दीपक जलाने की परंपरा है। इस अवसर पर दीप जलाने से परिवार पर आए विपत्ति से रक्षा होती है।
3. सूर्योदय और सूर्यास्त:
सूर्योदय: सुबह 06:25
सूर्यास्त: शाम 05:39
4. निशिता काल और पूजा का समय:
निशिता काल मुहूर्त: रात्रि 11:43 से 12:24 तक (काली चौदस पूजा के लिए शुभ समय)
यम दीप दान मुहूर्त: शाम को सूर्यास्त के बाद, यानी 5:39 के बाद दीपक जलाना उचित माना गया है।
5. शुभ मुहूर्त:
अभिजीत मुहूर्त: 11:42 से 12:26 तक
विजय मुहूर्त: 02:20 से 03:03 तक
गोधूलि मुहूर्त: शाम 05:27 से 05:51 तक
6. राहुकाल (अशुभ समय):
राहुकाल: दोपहर 12:08 से 01:31 तक। इस समय में कोई शुभ कार्य न करें।
7. दिशाशूल:
उत्तर दिशा में यात्रा से बचें, यदि आवश्यक हो तो जौ लेकर यात्रा करें।
8. काली चौदस के नियम और पूजा विधि:
काली चौदस के दिन रात्रि काल में देवी काली और यमराज की पूजा की जाती है।
यम दीपक जलाने के लिए एक छोटा दीपक घर के मुख्य द्वार पर रखा जाता है, जिससे परिवार पर आने वाली किसी भी बुरी बला से रक्षा होती है।
इस दिन विशेषत: तामसिक खाद्य पदार्थ जैसे उड़द, तिल, चावल, आदि का उपयोग पूजा में करने का महत्व है।
9. ध्यान देने योग्य बातें:
छोटी दीपावली पर घर में साफ-सफाई, दीप जलाने और लक्ष्मी पूजन की तैयारी करने का महत्व है। पूजा करते समय देवी काली और यमराज के मंत्र का जाप करना शुभ माना जाता है, इससे जीवन में नकारात्मकता दूर होती है और शुभता का संचार होता है।