Bengaluru rain viral Video: हाल ही में बेंगलुरु में हुई भारी बारिश ने शहर में बाढ़ की स्थिति पैदा कर दी, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। भारत की 'सिलिकॉन वैली' के नाम से मशहूर यह शहर, जो अपनी तकनीकी दक्षता के लिए जाना जाता है, अब जलमग्न सड़कों और बाढ़ग्रस्त इलाकों की वजह से चर्चा में है। भारी बारिश के चलते कई प्रमुख सड़कों पर जलभराव हो गया, जिससे यातायात व्यवस्था ठप हो गई और आवागमन में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
येलहंका के निवासियों ने देखा बाढ़ में तैरती मछलियां
बेंगलुरु के येलहंका क्षेत्र के निवासियों को एक अजीबो-गरीब चीज से सामना करना पड़ा जब केंद्रीय विहार अपार्टमेंट के बेसमेंट में मछलियां तैरती हुई दिखाई दीं। यह वही परिसर है, जहां कभी भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का घर हुआ करता था। निवासियों के लिए यह सीन चौंकाने वाला था, जो यह दर्शाता है कि कैसे बारिश ने पूरे शहर को प्रभावित किया है।
टेक हब बाढ़ की चपेट में
बेंगलुरु का प्रमुख मान्यता टेक पार्क, जो भारत के सबसे बड़े कार्यालय परिसरों में से एक है, भी बारिश से अछूता नहीं रहा। लगातार बारिश ने पूरे 300 एकड़ के परिसर को जलमग्न कर दिया, जिससे वह "स्विमिंग पूल" में तब्दील हो गया। टेक पार्क के बाढ़ग्रस्त वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए, जिसमें दिखाया गया कि कैसे बारिश ने दैनिक कार्यों में बाधा डाली। हालांकि, बारिश के कम होते ही पार्क प्रबंधन ने राहत कार्य शुरू कर दिया। बाढ़ का पानी बाहर निकाला गया और जिन सड़कों पर पानी भरा था, उन्हें साफ कर दिया गया है, जिससे कर्मचारी वापस काम पर लौट सकें।
येलहंका क्षेत्र बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित
बारिश ने शहर के कई हिस्सों को प्रभावित किया, लेकिन येलहंका क्षेत्र बुरी तरह से बाढ़ की चपेट में आया। मंगलवार को चौदेश्वरी नगर में 73.5 मिमी और जक्कुर क्षेत्र में 65.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। यह भारी बारिश पूरे क्षेत्र में बाढ़ का कारण बनी, जिससे कई घरों में पानी भर गया।
बीबीएमपी की आपदा प्रबंधन टीम का काम
बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) की आपदा प्रबंधन टीम ने बाढ़ग्रस्त इलाकों में तेजी से राहत कार्य शुरू किया है। रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 100 से अधिक घरों में बाढ़ की समस्या से निपटने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। बीबीएमपी के अनुसार, कुल 142 आवास जलमग्न हो गए और 39 पेड़ उखड़ गए। हालांकि, राहत कार्य के तहत 26 गिरे हुए पेड़ों को हटाया जा चुका है और शहर के 52 बाढ़ प्रभावित स्थानों पर मदद पहुँचाई जा रही है।
बीबीएमपी के राहत कार्य
बीबीएमपी की आपदा प्रबंधन टीम रात-दिन काम कर रही है ताकि बाढ़ग्रस्त इलाकों में राहत पहुंचाई जा सके। जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों में पानी की निकासी का काम तेजी से किया जा रहा है। इसके अलावा, गिरे हुए पेड़ों को हटाने और सड़कों को साफ करने का काम भी जारी है, ताकि सामान्य जनजीवन बहाल हो सके।