N4N DESK - देश की आर्थिक नगरी मुंबई में बुधवार शाम को बड़ा हादसा हो गया। यहां गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा के बीच चलनेवाली नीलकमल फेरी बोट पलट गई। बोट पर उस समय120 से ज्यादा लोग सवार थे। जिसमें अब तक 13 लोगों की मौत की खबर है। रेस्क्यू टीम ने अब तक 101 लोगों को बचा लिया है. बाकियों की तलाश जारी है. इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं
हादसा करंजा के उरण में एक स्पीड बोट के टक्कर मारने हुआ। बोट के मालिक का आरोप है कि मुंबई से एलिफेंटा गुफाओं की ओर जाते समय अरब सागर में बुचर द्वीप के पास नौसेना की गश्ती स्पीड बोट ने नाव को टक्कर मार दी थी. इससे नाव में पानी भर गया. देखते ही देखते ये डूब गई. हादसे के तुरंत बाद नौसेना ने तटरक्षक बल और मरीन पुलिस के साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया।
मरने वालों में 10 नागरिक और तीन नेवी के लोग हैं। रेस्क्यू में बचाए गए सभी 99 लोगों में घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इनमें चार की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना की वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि बोट धीरे-धीरे पानी में डूब रही है. लोगों को लाइफ जैकेट पहनाकर दूसरी नावों में शिफ्ट किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मृतकों के परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। सीएम ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
13 किलोमीटर की है दूरी
गेटवे ऑफ इंडिया और एलीफेंटा के के बीच की कुल दूरी 13 किलोमीटर की है। इसको तय करने में करीब 1 घंटे का समय लगता है। मुंबई में टूरिस्ट को एलीफेंटा केव्स ले जाने के जाने के फेरी सेवा चलती है। इसमें टूरिस्ट और लोगों को नाव से केव्स तक ले जाया जाता है। एलीफेंटा गुफाएं मुख्य रूप से हिंदू भगवान शिव को समर्पित गुफा मंदिरों का एक संग्रह है। इन्हें यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल नामित किया है।