DESK - तीन साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मूर्ति और मंदिर बनाकर मयूर मुंडे में बड़ी चर्चा हासिल की थी। इस दौरान उन्होंने अपनी आस्था पीएम मोदी में जताई थी। लेकिन अब मयूर का भाजपा से मोहभंग हो गया है। महाराष्ट्र चुनाव से ठीक पहले उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया। इस दौरान पार्टी के काम को लेकर अपनी नाराजगी भी उन्होंने खुलकर जाहिर की है। हालांकि मयूर अब भी मोदी को ही अपना नेता मानते हैं।
पार्टी छोड़ने के फैसले पर बात करते हुए मयूर ने कहा कि मैं पीएम मोदी का कट्टर समर्थक हूं और उनके लिए काम करता हूं, लेकिन पार्टी में हमारे जैसे लोगों के लिए कोई जगह नहीं है, इसलिए मैं पार्टी छोड़ रहा हूं। पार्टी छोड़ने के साथ ही उन्होंने शिवाजीनगर से विधायक सिदार्थ शिरोले पर कई आरोप लगाए हैं।
भाजपा विधायक ने नहीं किया कोई काम
उन्होंने शिवाजीनगर से विधायक सिदार्थ शिरोले पर कई आरोप लगाए हैं। शिवाजीनगर के विधायक के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए मयूर मुंडे ने कहा कि पिछले पांच सालों में मौजूदा विधायक को न तो कोई फंड मिला है और न ही शिवाजीनगर विधानसभा क्षेत्र में किसी भी दो प्रमुख परियोजनाओं को लागू करने के लिए कोई प्रयास किया है, इसलिए क्षेत्र का विकास रुक गया है ।
पार्टी में कार्यकर्ताओं की अनदेखी
बीजेपी के पूर्व कार्यकर्ता ने कहा कि मैं कई वर्षों से एक वफादार पार्टी कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहा हूं। मैंने विभिन्न पदों पर ईमानदारी से पार्टी का काम किया है। भाजपा वफादार पार्टी कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर रही है और अन्य पार्टियों से आए हुए लोगों को महत्व दे रही है।
इसके साथ प्रधानमंत्री का मंदिर बनवाने बाले कार्यकर्ता ने नमो फांउडेशन पर कई गंभीर आरोप लगाए। नमो फाउंनडेसन पर आरोप लगाते हुए मयूर मुंडे ने कहा कि विधायक अपना समर्थन बढ़ाने के लिए पदाधिकारियों की नियुक्ति कर रहे हैं और अन्य राजनीतिक दलों से आए लोगों को संगठन औऱ पार्टी में पद दिए जा रहे हैं।
मुंडे ने दावा किया उन्हें पार्टी की बैठकों में नहीं बुलाया जाता, उनकी राय को नज़रअंदाज़ किया जाता है और उन्हें चुनाव प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जाता। मौजूदा विधायक दूसरे दलों से भाजपा में शामिल हुए लोगों के क्षेत्र में विकास निधिखर्चकरतेहैं।