National News - संसद के शीतकालीन सत्र में आज का दिन कांग्रेस के लिए ऐतिहासिक रहा। गुरूवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी में लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण के साथ ही आज से कांग्रेस महासचिव की संसदीय पारी की शुरूआत हो गई। वायनाड सीट पर प्रियंका गांधी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सीपीआई उम्मीदवार सत्यन मोकेरी को 4,10,931 वोटों के अंतर से हराया। 2024 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से प्रियंका गांधी के भाई राहुल गांधी ने जीत दर्ज की थी। राहुल गांधी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में रायबरेली और वायनाड दोनों लोकसभा सीट से प्रचंड जीत दर्ज की। दोनों सीट में से किसी सीट से संसद सदस्य के रूप में राहुल गांधी को इस्तीफा देना था। जब दोनों सीट में से एक सीट पर इस्तीफा देने की बात आई तो राहुल गांधी ने वायनाड सीट से इस्तीफा दे दिया।
गांधी नेहरू परिवार के 16 वीं सांसद
प्रियंका अपने संसदीय पारी का आगाज करने के साथ ही नेहरू गांधी परिवार की सोलहवी सदस्य हो गई। जिन्होंने संसद के सदस्य के रूप में शपथ ली । भारतीय राजनीति के इतिहास के अगर देखे तो संसद का जिक्र हो और गांधी -नेहरू परिवार का जिक्र न हो ऐसा हो ही नही सकता। लोकसभा और राज्यसभा को देखे तो हर समय गांधी परिवार का कोई न कोई सदस्य उच्च सदन या निचला सदन का सदस्य रहा ही हैं।
सदन में गांधी परिवार के सदस्यों की इंट्री पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने शुरू की। जवाहर लाल नेहरू देश के प्रधानमंत्री बने और 17 सालों तक वे सदन के सदस्य रहे। जवाहर लाल नेहरू ने इलाहाबाद पूर्व लोकसभा सीट से जीत दर्ज की थी। 1952 में हुए देश के पहले आम चुनाव में गांधी नेहरू परिवार से जवाहर लाल नेहरू के अलावा इंदिरा गंधी के पति फिरोज गांधी, जवाहर लाल नेहरू की बहन विजयलक्ष्मी पंडित, जवाहर लाल नेहरू के चेचेरे भाई की पत्नी श्योराजवती नेहरू संसद की सदस्य बनी।
जवाहर लाल नेहरू के देहावसान के बाद उनकी पुत्री और भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उनकी बागडोर को संभाला और वो भी संसद की सदस्य बनी। इंदिरा गांधी के दोनों बेटे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और संजय गांधी भी संसद के सदस्य बने और उनकी दोनों बहु मेनका गांधी और सोनिया गांधी भी संसद के सदस्य बनी। राजीव गांधी के दोनों बच्चे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी संसद के सदस्य बने। इसके अलावा संजय गांधी के पुत्र वरूण गांधी भी संसद के सदस्य थे। इस बार के लोकसभा चुनाव में उन्हे पार्टी की तरफ से टिकट नहीं दिया गया था ।
भाई बहन की जोड़ी लोकसभा में
71 साल पहले गांधी नेहरू परिवार से जवाहर लाल नेहरू और उनकी बहन विजया लक्ष्मी पंडित एक साथ संसद की सदस्य़ थी और अब फिर उसी परिवार से राहुल गांधी और प्रियंका गंधी भाई बहन की जोड़ी संसद की सदस्य है। बता दें कि प्रियंका साल 2004 से सक्रिय राजनीति में है। 2004 के लोकसभा चुनाव में वो अपनी मां सोनिया गांधी और भाई राहुल गांधी के लिए प्रचार प्रसार की थी। 20 साल तक सक्रिय राजनीति में रहने के बाद आज लोक सभा में शपथ लेने के साथ ही वो चुनावी राजनीति के पारी का आगाज की है।
रितिक की रिपोर्ट