खगड़िया। सरकारी व्यवस्था में काम किस तरह से किया जाता है, यह सभी वाकिफ हैं। यहां अपना काम कराने के लिए लोगों को महीनों तक बाबूओं के चक्कर लगाने पड़ते हैं। सरकारी व्यवस्था का एक उदाहरण सामने आया, जिसमें अग्निकांड में अपना सबकुछ गंवा चुके 15 परिवारों को अठारह साल अथार्त 216 महीने बाद मुआवजे के नाम पर एक फुटी कौड़ी भी नहीं मिली है। जबकि इस दौरान गरीबों के मसीहा कहे जानेवाले लालू परिवार से लेकर विकास पुरुष नीतीश कुमार तक यह परिवार गुहार लगा चुका है, लेकिन अभी तक उनकी निराशा कम नहीं हुई। मुआवजे के इंतजार में अब सरकारी व्यवस्था को लेकर इनकी उम्मीदें टूटने लगी हैं।
मामला जिले के मानसी थाना क्षेत्र से जुड़ा है। जहां पश्चिमी ठाठा पंचायत के राजाजन गाँव के वार्ड नं 2 में 2003 में राजाजन के 15 घरो में आग लगने से सभी सामान सहित सभी घर पूर्ण रूप से जलकर स्वाहा हो गया था। इस हादसे में साहेब यादव,लखन यादव,बहादुर यादव, किनोदि यादव, ब्रह्मदेव यादव, नरेश यादव, जयजयराम यादव, बिशो यादव आदि लोगो का घर जलकर स्वाहा हो गया। जबकि जानकारी देने के बाद मानसी बीडीओ जनार्दन प्रसाद ने मामला की जांच कर सभी अग्नि पीड़ित परिवार को सहायता राशि सहित पलोथिन ,चुरा शक्करदिया गया था। लेकिन उसके बाद से किसी ने उनकी सुध लेना जरुरी नहीं समझा
तब से आज तक अग्नि पीड़ित परिवार जिला प्रशासन सहित सदर विधायक एवं कई अन्य पदाधिकारियों से आग लाग्गी में जो घर जला उसका मुआवजा की मांग कर रहे है।जो कि आज तक गृह निर्माण के लिए राशि भुगतान नही किया गया।जबकि साहेब यादव ने बताया की घर जल जाने के बाद किसी प्रकार का आवास भी नही दिया गया। यादव ने बताया कि मानसी बीडीओ टालमटोल कर रहा है। जो कि लगातार प्रखण्ड का चक्कर लगाने को मजबूर है। अब सभी अग्नि पीड़ित परिवार से खगड़िया युवा डीएम आलोक रंजन घोष पर सभी की निगाहें टिकी हुई है। इस मामले में मानसी प्रखण्ड के उपप्रमुख हीरालाल यादव को भी साहेब यादव लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है। हीरालाल यादव ने खगड़िया डीएम को आवेदन देकर न्याय दिलाने की बात कही।