बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

16 पूर्व DGP समेत 27 पूर्व IPS अधिकारियों ने माना प्रधानमंत्री के खिलाफ रची गई थी साजिश, होनी चाहिए सख्त कार्रवाई

16 पूर्व DGP समेत 27 पूर्व IPS अधिकारियों ने माना प्रधानमंत्री के खिलाफ रची गई थी साजिश, होनी चाहिए सख्त कार्रवाई

DESK : पंजाब के फिरोजपुर में जिस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक हुई, उसके बाद देश के राजनीति दो भागों में बंट चुकी है। जिनमें एक तबका प्रधानमंत्री के साथ हुई घटना को किसानों के हित से जोड़कर देख रहे हैं। वहीं एक बड़ा तबका यह मान रहा है कि जो हुआ वह गलत था और इसमें बड़ी लापरवाही बरती गई। इनमें बड़ी संख्या उन पुलिसकर्मियों की भी है, जो कभी बड़ी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। उन्होंने भी यह माना है कि एक साजिश का हिस्सा है। जिसमें सख्त कार्रवाई की जरुरत है।


16 पूर्व डीजीपी ने बताया साजिश

नरेंद्र मोदी की सुरक्षा को लेकर देश के 16 पूर्व DGP समेत 27 पूर्व IPS ने भी माना है कि यह सुरक्षा में बहुत बड़ी चूक है। इन अधिकारियों ने पंजाब की कॉन्ग्रेस सरकार (Punjab Congress Government) की मंशा पर सवाल खड़े करते हुए इस घटना को योजनाबद्ध तरीके से की गई साजिश करार दिया है। अधिकारियों ने पीएम मोदी की सुरक्षा में लापरवाही के लिए सीधे तौर पर राज्य सरकार को दोषी माना है। इन्होंने पत्र में लिखा है कि मीडिया रिपोर्टों से स्पष्ट पता चलता है कि यह घटना राज्य सरकार की लापरवाही समेत राज्य के पदाधिकारियों की इसमें संलिप्तता को भी उजागर करती है। पूर्व IPS अधिकारियों के मुताबिक, जिन लोगों को PM की सुरक्षा व्यवस्था के लिए नियोजित किया गया था वो पीएम के वैकल्पिक रूट को जानते थे।

राष्ट्रपति कोविंद को लिखा पत्र

इस संबंध में सभी डीजीपी ने देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने मामले में भी लोग दोषी पाए जाते हैं उनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने की मांग की।, पत्र में अधिकारियों ने लिखा है कि पंजाब में चुनाव होने हैं, ऐसे में विधानसभा चुनाव से पहले भय रहित वातावरण बेहद आवश्यक है। पूर्व अधिकारियों के मुताबिक, पंजाब एक बॉर्डर स्टेट है, इसलिए फ्री एंड फेयरइलेक्शन के लिए एक्शन लेना आवश्यक है। पूर्व अधिकारियों ने राष्ट्रपति के अलावा पत्र की एक कॉपी को सुप्रीम कोर्ट को भी भेजा है।

प्रदर्शनकारियों के साथ चाय पी रहे थे पुलिसकर्मी और अधिकारी

इस बात का भी उल्लेख है कि जिस वक्त खुली सड़क पर प्रधानमंत्री का काफिला 20 मिनट तक बेबस और लाचार मुद्रा में खड़ा था, उस दौरान पंजाब पुलिस के जवान और अधिकारी प्रदर्शनकारियों के साथ चाय का लुत्फ ले रहे थे। ये उनके इरादों को साफ बयान करता है। वहीं पत्र में इस बात का भी जिक्र किया गया है, जिस वक्त यह घटना हुई उस वक्त वहाँ पर पंजाब पुलिस का कोई सीनियर अधिकारी मौजूद नहीं था।

बहाने बना रहे हैं पंजाब के मुख्यमंत्री

पूर्व IPS अधिकारियों ने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कहा कि वे उन्हें ये पत्र इसलिए लिख रहे है, क्योंकि ऐसा पहली बार हुआ है कि पीएम की सुरक्षा में चूक के मामले में राज्य की एजेंसियां बहाने बना रही हैं। इसके साथ ही राज्य के मुख्यमंत्री भी विरोधाभासी बयान दे रहे हैं।

गौरतलब है कि 5 जनवरी 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब के फिरोजपुर के दौरे पर जा रहे थे, लेकिन बीच रास्ते में कथित किसान प्रदर्शनकारियों ने उनके रास्ते को ब्लॉक कर दिया था। लगभग 20 मिनट तक वहाँ फंसे रहने के बाद पीएम का काफिला भठिंडा एयरपोर्ट पर वापस लौट गया था। लेकिन, इस घटना ने पंजाब की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।


Suggested News