बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

नेपाल से 50 दिन पहले छेका करने निकले 4 लोग बेगूसराय में फंसे, रिश्तेदारों ने भी सेवा से किया इंकार

नेपाल से 50 दिन पहले छेका करने निकले 4 लोग बेगूसराय में फंसे, रिश्तेदारों ने भी सेवा से किया इंकार

BEGUSARAI : कोरोना संक्रमण से रोकथाम के लिए लागू किये लॉक डाउन की वजह से कई लोग जहाँ-तहां फंस गए. ऐसा ही एक अजीबोगरीब मामला जिले के बलिया प्रखंड में सामने आया है. दरअसल नेपाल के विराटनगर से लगभग 14 किलोमीटर दूर दुहबी बाजार से बीते 20 मार्च को बिहार के बेगूसराय जिले के बलिया प्रखंड अंतर्गत नुरजमापुर पंचायत के वार्ड 7 निवासी योगेंद्र प्रसाद सिन्हा के सबसे छोटे पुत्र सुजीत कुमार सिन्हा का छेका करने अपने घर से लडकी के पिता सहित चार रिश्तेदार चले थे. जो 21 मार्च को बलिया प्रखंड के नुरजमापुर पहुंचे थे.  

लेकिन छेका करने के बाद 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लग जाने के कारण घर वापस नहीं लौट सके हैं. अब उन्हें 17 मई को लॉक डाउन के समाप्त होने का इंतजार है. इसमें लड़की के पिता नेपाल के विराटनगर जिले के दुहबी बाजार निवासी राज नारायण कर्ण, लङकी के नाना सप्तरी जिला के ठेरिया निवासी जगदीश मलिक, मौसा दुबही बाजार निवासी गंभीर कुमार कर्ण एवं सुनसरी जिला के दुबही बाजार निवासी पिंटू कुमार सिन्हा शामिल है. लड़की के पिता ने बताया कि घर से निकले 50 दिन हो गए हैं. यहां से जाने के बाद पुत्री की शादी की तैयारी करनी थी. 

लेकिन हम लोग लॉक डाउन की वजह से फंसे हुए हैं. उन्होंने बताया कि घर से ज्यादा कपड़े एवं रूपए लेकर भी नहीं चला था. जो भी रुपया था वह खत्म हो चुका है. इससे हम लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है. वही लड़के के पिता योगेंद्र प्रसाद सिन्हा ने बताया कि चार रिश्तेदार मेरे सबसे छोटे पुत्र की शादी को लेकर छेका करने 21 मार्च को आये थे. इसके बाद 22 मार्च को बेगूसराय ट्रेन पकड़ने गए थे. लेकिन जनता कर्फ्यू की वजह से पुलिस ने इन लोगों को लौटा दिया. इसके बाद से लड़की के पिता, नाना, मौसा एवं एक अन्य रिश्तेदार मेरे घर पर फंसे हुए हैं. उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी पंचायत के मुखिया से लेकर अन्य जनप्रतिनिधियों को भी दिया गया है. लेकिन इनके घर भेजने को लेकर कोई सहयोग नहीं मिल सका है. 

वही जाप छात्र नेता सुमित कुमार यादव ने नेपाल से अपने पुत्री की शादी को लेकर रिश्ता तय करने बलिया आए लोगों के फंसे रहने पर जिलाधिकारी एवं बिहार सरकार से इनके घर वापसी की मांग की है. उधर डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि जो बाहर से आकर यहां पर फंसे हुए हैं, उसके लिए तीन प्रावधान है. पहला प्रावधान अगर चार पहिया वाहन में जाना है तो तीन आदमी को जाना अलाउड है. इसके लिए पास का अप्लाई कर सकते हैं. वही दूसरा प्रावधान है निजी वाहन बुक कर कर अपने बस से जा सकते हैं. इसकी सूचना जिला पदाधिकारी को दे दे. उनको बस के लिए अलग से पास दे देंगे और संबंधित जिला प्रशासन को जानकारी दे देंगे. अगर सक्षम नहीं है तो उसकी भी सूचना जिला प्रशासन को दे दे. ताकि जाने के लिए अनुमति मिल जाए. 

बेगूसराय से कृष्णा की रिपोर्ट 

Suggested News