गोपालगंज- जिले के मांझागढ़ प्रखंड के भैसही गांव में डायरिया की चपेट में आने से एक ही परिवार के पांच लोगों को उल्टी-दस्त शुरू हो गई। परिजनों ने स्थानीय स्तर पर उपचार कराया, लेकिन हालत में सुधार न होने पर आज यानी गुरुवार को गोपालगंज सदर अस्पताल में भर्ती कराया जहां सभी का इलाज डॉक्टर के देखरेख में चल रहा है।
बीमार लोगों में भैसही गांव निवासी रामचंद्र यादव के 40 वर्षीय बेटा चंदेश्वर राय,संजय यादव की पत्नी सीमा देवी,9 वर्षीय बेटा सोनू कुमार,आठ वर्षीय बेटी साक्षी कुमारी और 2 वर्षीय बेटा ऋषभ कुमार शामिल है।
बताया जाता है की मांझागढ़ थाना क्षेत्र के भैसही गांव निवासी संजय यादव के परिवार बुधवार की रात खाना खाने के बाद सो गए इसी बीच अचानक एक के बाद एक लोगों को उल्टी-दस्त शुरू हो गई। देखते ही देखते सभी की हालत सुधरने के बजाय बिगड़ती चली जा रही थी। इसकी जानकारी होते ही परिवार के अन्य सदस्यों ने कई बार उल्टी दस्त होने के कारण गांव में ही उपचार कराया, लेकिन हालत में सुधार नहीं हो रहा था। हालांकि रात होने के कारण अस्पताल नहीं ले जा सके, लेकिन जैसे ही सुबह हुई वैसे ही परिजनों ने तत्काल सभी लोगों को ईलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लेकर आए .
डॉक्टर ने स्थिति को गंभीर देखते हुए बेहतर ईलाज के लिए गोपालगंज सदर अस्पताल रेफर कर दिया ,जहां सभी का इलाज चल रहा है।
डॉक्टर ने बताया कि डायरिया की चपेट में आने से ही लोग बीमार हुए हैं। बता दें की बरसात के मौसम में डायरिया का प्रकोप बढ़ जाता है। ग्रामीण इलाकों के अलावा शहर क्षेत्र के लोग भी दूषित जल के सेवन से प्रदूषित वातावरण और गलत खान पान से डायरिया की चपेट में आ रहे हैं। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की टीम मामला सामने आने के बाद हरकत में आ गई है।साथ ही लोगो को डायरिया से लोगो को बचाव के लिए जागरूक करने में जुटे हुए हैं साथ ही संक्रमण फैलने से रोकने के लिए जरूरी दवाओं मेट्रोजिल टैबलेट, ओआरएस पाउडर, जिंक टैबलेट के अलावा आसपास एकत्र बारिश के पानी में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करने की सलाह दे रहे है.
वही इस संदर्भ में मौके पर तैनात डॉ शिवशंकर कुमार ने बताया कि बरसात के सीजन में बैक्ट्रीया फैलने का चांस बहुत ज्यादा रहता है। लोगो को चाहिए कि खाना फ्रेस खाए और खानपान पर ध्यान दें.
रिपोर्ट- मन्नान अहमद