बांका. रजौन की बेटी चंदा भारती ने 65वीं बीपीएससी परीक्षा में सेकेंड टॉपर बनी है. चार भाई-बहनों में इकलौती बहन चंदा भारती की पढ़ाई लिखाई झारखंड से हुई है तथा वह वर्तमान में रेवेन्यू सर्विस में थी. बीपीएससी में चंदा भारती का दूसरा चांस था. 64वीं बीपीएससी परीक्षा में उन्हें रेवेन्यू सर्विस मिला था, लेकिन इस बार वे सेकंड टॉपर रही हैं.
चंदा भारती ने बताया कि झारखंड के पाकुड़ से डीएवी स्कूल से उन्होंने दसवीं की पढ़ाई पूरी की तथा डीपीएस बोकारो से उन्होंने 12वीं की पढ़ाई की. इसके बाद बीआईटी सिंदरी से उन्होंने इंजीनियरिंग किया. उनके तीन भाई हैं. तीनों इंजीनियर हैं. पिता विवेकानंद यादव झारखंड के गढ़वा में सहायक इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं और माता कुंदन कुमारी पाकुड़ में सहायक शिक्षिका के पद पर कार्यरत है.
चंदा भारती का पैतृक गांव बांका जिला के रजौन प्रखंड का बरौनी गांव है. चंदा भारती की इस कामयाबी के बाद पूरे गांव में उल्लास का माहौल है. उन्होंने बताया कि उनका प्रायः परिवार के साथ गांव आना जाना होता है. वर्तमान में गया में रेवेन्यू सर्विस में पदस्थापित हैं.
नवादा के अंकित को बीपीएससी में 328वां रैंक
नगर के मोती बिगहा के रहने वाले अंकित राज ने 65वीं बीपीएससी में सफलता अर्जित की है. अपने तीसरे प्रयास में वह कामयाब हुए और घर-परिवार तथा समाज का मान बढ़ाया. उन्हें 328वां रैंक प्राप्त हुआ है. अंकित कहते हैं कि दो बार असफलता हाथ लगी. पिछले बार इंटरव्यू तक पहुंचे. सफलता से चंद कदम दूर रह गए. थोड़ी निराशा हुई, लेकिन हिम्मत नहीं हारा.
लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सतत मेहनत करते रहे. इसका नतीजा है कि आज कामयाबी हाथ लगी है. इसलिए असफलता से घबराना नहीं चाहिए, बल्कि उससे सीख लेते हुए लक्ष्य की ओर अग्रसर होना चाहिए. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता व परिवार के तमाम सदस्यों को दिया. साथ ही कहा कि हर वक्त परिवार ने मनोबल बढ़ाया. अंकित के पिता रामप्रवेश कुमार सिन्हा ट्रैक्टर शोरूम चलाते हैं. माता मीना देवी गृहिणी हैं. बड़े भाई रंजय कुमार आरपीएस स्कूल के निदेशक हैं.
अंकित की प्रारंभिक शिक्षा नवादा में ही हुई. इसके बाद आंध्र प्रदेश के एक स्कूल से मैट्रिक व झारखंड के धनबाद से इंटर की परीक्षा पास की. फिर स्नातक की डिग्री पंजाब के एलपीयू जालंधर से प्राप्त की. कोरोना के चलते पिछले दो सालों से अपने घर नवादा में ही रहकर परीक्षा की तैयारी करते रहे और मुकाम हासिल किया. उनकी इस सफलता पर घर में में जश्न का माहौल है. बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. उनके बड़े भाई व आरपीएस स्कूल के निदेशक रंजय ने कहा कि आज भाई पूरे परिवार का मान बढ़ाया है.