SIWAN : सीवान में लगभग डेढ़ महीने पहले कोर्ट कर्मी राजेश कुमार उर्फ गोल्डेन पासवान हत्याकांड में आखिरकार पुलिस के लंबे हाथ हत्यारों के कॉलर तक पहुंच गई है। मामले में कभी सरकारी शिक्षक रहे हुसैनगंज थाने के पकवलिया गांव निवासी कुख्यात अपराधी जितेंद्र यादव उर्फ जिम्मी उर्फ मास्टर ने पैसों के लिए की थी। मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें एक लाइनर भी शामिल है।
सोमवार को इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह ने बताया कि 19 नवंबर को छोटपुर गांव के पास कोर्ट कर्मी गोल्डेन उर्फ राकेश की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतक के भाई अजय कुमार ने मुफस्सिल थाने में तीन नामजद व अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।
280 लोगों से की गई पूछताछ
जिसके बाद मामले की जांच शुरू की गई और सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर एक संदिग्ध व्यक्ति की तस्वीर प्रकाश में आई. उसकी पहचान के लिए 280 लोगों से सत्यापन व पूछताछ की गई। जिसमें हुसैनगंज थाना क्षेत्र के पकवलिया गांव निवासी सौरभ कुमार उर्फ कल्लू की पहचान हुई।
अजय कुमार सिंह ने बताया कि घटना के समय सौरभ कुमार बिना किसी कारण के बीएड कॉलेज अमलोरी के सामने सड़क पर खड़ा था और जैसे ही गोल्डेन अपनी बहन को छोड़कर वापस घर जाने लगा तो उसने तुरंत अपने मोबाइल से किसी और को कॉल किया और वहां से चला गया।
पुलिस ने जब उसे हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल करते हुए अपने साथियों के नाम उगले. जिसके बाद सभी की गिरफ्तारी के लिए उनके ठिकानों पर छापेमारी की गई, जिसमें अनिल कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया।
इनकी हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने लाइनर सौरभ का मोबाइल भी बरामद कर लिया है, जिससे उसने गोल्डेन के अमलोरी सरसर स्थित बीएड कॉलेज से निकलने की सूचना दी थी. गिरफ्तार अपराधियों में हुसैनगंज थाने के पकवलिया गांव निवासी धर्मेंद्र यादव का पुत्र सौरभ कुमार उर्फ कल्लू और मुफस्सिल थाने के श्रीनगर निवासी अनिल कुमार शामिल हैं.
जितेंद्र ने मारी गोली
पूछताछ के दौरान अनिल ने इस अपराध में अपनी भूमिका स्वीकार करते हुए बताया कि वह जितेंद्र उर्फ जिम्मी द्वारा दी गई बुलेट बाइक चला रहा था और जिम्मी उसके पीछे बैठा था. जिम्मी ने राकेश उर्फ गोल्डेन की गोली मारकर हत्या कर दी.