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मगध विवि में राज्यपाल-सह-कुलाधिपति की अध्यक्षता में अधिषद् की हुई बैठक, घाटे का पेश हुआ बजट

मगध विवि में राज्यपाल-सह-कुलाधिपति की अध्यक्षता में अधिषद् की हुई बैठक, घाटे का पेश हुआ बजट

GAYA : आज मगध विश्वविद्यालय, बोधगया अंतर्गत शिक्षा विभाग के राधाकृष्णन सभागार में अधिषद् की बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता राज्यपाल-सह-कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आले॔कर ने की। बैठक की शुरुआत राज्यपाल द्वारा दीप प्रज्वलित एवं राष्ट्रगान से हुआ। साथ ही छात्राओं द्वारा कुलगीत की सुन्दर प्रस्तुति दी गयी। तत्पश्चात मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के कुलपति प्रो एसपी शाही ने कुलाधिपति का स्वागत अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर किया। साथ ही कुलपति के द्वारा लेडी गवर्नर का भी स्वागत अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर किया गया। सर्वप्रथम कुलपति ने अपने अभिभाषण में कुलाधिपति तथा सभी सम्मानित सदस्यों का स्वागत किया तथा मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के समस्याओं तथा अपने समय में किए गए कार्यो को बताया। उन्होंने बताया कि बहुत कम समय में परीक्षा संपन्न कराना एक चुनौती थी। उन्होंने बताया कि उनके यहां आने के बाद 55 लंबित परीक्षाओं को संपन्न कराया गया और बहुत जल्द सभी परीक्षाओं को संपन्न करा लिया जाएगा। यूजीसी के मापदंड के अनुरूप शोधपत्र आ रहे हैं। आने वाले समय में विश्वविद्यालय को नैक के लिए ए ग्रेड दिलाने के लिए कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया कि सेवानिवृत कर्मचारियों की पेंशन का कार्य भी त्वरित गति से किया जा रहा है। 

कुलाधिपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों के हित के लिए होता है। सही समय पर पठन-पाठन एवं परीक्षाओं को संपन्न कराना हमारा कर्त्तव्य है। छात्रों की समस्याओं को दूर करना ही होगा। विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त शिक्षकों को पेंशन की समस्या को सुलझाना भी आवश्यक है। सही अर्थों में पेंशनरों को सभी कागजात सेवानिवृत्ति के दिन ही मिल जाना चाहिए। सेवानिवृत्त के बाद पहले महीने से ही पेंशन मिलनी चाहिए। शोधकर्ताओं के अच्छे शोधपत्रों हेतु एक अच्छे अकादमिक माहौल एवं स्थान की आवश्यता हैI स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर पर नई शिक्षा नीति लागू करने के उपरांत सही समय पर पठन-पाठन एवं परीक्षाओं को संपन्न कराने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के उत्तरोत्तर विकास हेतु सभी लोगों की सहभागिता की आवश्यकता होती है। उन्होंने नई शिक्षा नीति को गुरुकुल की परंपरा और आधुनिक शिक्षा का मिश्रण बताया और इसे लागू करने में सभी हितधारकों की सहभागिता सुनिश्चित करने पर बल दिया। सदन में सभी सदस्यों को रुचि लेनी चाहिए। ताकि विश्वविद्यालय में अकादमिक वातावरण बन सके। साथ ही कुलाधिपति ने कहा की सदन के सदस्य होने के नाते हमारा भी कर्तव्य बनता है कि छात्रों एवं विश्वविद्यालय के समस्याओं को दूर कर एक शैक्षणिक माहौल बनाये। इसके लिए लगातार प्रयास करना चाहिए। शिक्षा केंद्रित विमर्श के लिये एक और बैठक बुलाई जाए। दलगत राजनीति से ऊपर उठ कर एक साथ मिलकर सामाजिक सरोकार एवं देश हित में कार्य करना चाहिए। अकादमिक माहौल ऐसा बने की छात्रों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए राज्य से बाहर दूसरे प्रदेश में जाना न पड़े। साथ ही उन्होंने कहा कि आगे के अधिषद् की बैठक में पिछले बैठक में लिए गए निर्णयों पर एक्शन टेकन रिपोर्ट तैयार करने की बात कही।

इस दौरान वित्तीय परामर्शी अरुण कुमार श्रीवास्तव ने सत्र 2024-25 का बजट पेश किया। मगध विश्वविद्यालय बोधगया का कुल बजटीय घाटा की राशि 738,75,49,050/- रुपये का पेश किया गया। विश्वविद्यालय की वार्षिक आय 55,63,40,759/- रुपये का रहा। साथ ही विभिन्न प्रकार के विकास कार्यो के लिए 40,40,00,000 रुपये मात्र भी सरकार से अपेक्षित है। सदन के सदस्यों में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी मौजूद थे। सदन के सदस्य एवं कुटुंबा के विधायक राजेश कुमार ने मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के एस एन सिन्हा महाविद्यालय, औरंगाबाद के कर्मी मनोज कुमार की नियुक्ति एवं कार्य-कलापों पर सवाल उठाया। मेडिकल एसोसिएशन के द्वारा नामित सदन के सदस्य संजीव रंजन ने भी सदन में अपनी बात रखी।

अधिषद् सदस्य अनिल सुलभ ने विश्वविद्यालय में सारे कार्य हिन्दी में लिखने की कोशिश होनी चाहिए। अधिषद् सदस्य क्षितिज मोहन सिंह ने मिर्जा ग़ालिब कॉलेज के साशी निकाय के कार्य कलापों पर सवालिया निशान लगाया और विश्वविद्यालय में विधि व्यवस्था को दुरुस्त करने की बात पर जोर दिया। अधिषद् सदस्य एवं घोषी विधायक रामबलि सिंह यादव ने विश्वविद्यालय में कर्मियों की कमी को दूर करने की बात कही। साथ ही बच्चों की डिग्री प्राप्त करने मे कठिनाइयों को दूर करने की बात कही। अधिषद् सदस्य एवं जहानाबाद विधायक कुमार कृष्ण मोहन उर्फ सुदय यादव, अधिषद् सदस्य एवं विधान परिषद सदस्य कुमार नागेंद्र उर्फ रिंकू यादव ने कहा कि अतिथि शिक्षकों की आवेदन पर जल्द निर्णय लेने की आवश्यकता है, जिस पर कुलपति ने आश्वासन दिया और जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। बैठक का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन मगध विश्विद्यालय के कुलसचिव डॉ समीर कुमार शर्मा ने किया। बैठक में सदन के सदस्यों में बोधगया मठ के महंत त्रिवेणी गिरी, शेरघाटी विधायक मंजू अग्रवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ संजय पासवान, क्षितिज मोहन सिंह, अभिषद सदस्य डॉ नरेंद्र सिंह, गोह विधायक भीम कुमार सिंह उपस्थित थे।

गया से संतोष की रिपोर्ट

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