Alert For Bike Owner: तपती गर्मी में मोटरसाइकिल को फुल टैंक रखने से हो सकता है बड़ा खतरा! बचने के लिए इन बातों का रखे खासा ध्यान, वरना हो सकते हैं बड़े हादसों के शिकार

Alert For Bike Owner:गर्मी में बाइक की टंकी फुल टैंक कराने से विस्फोट और आग लगने का खतरा बढ़ जाता है। जानिए कैसे बचें इस जानलेवा गलती से।

Alert For Bike Owner

Alert For Bike Owner: गर्मियों में जब पारा 40°C के पार चला जाता है, तब हमारे वाहन भी उसी तापमान को झेलते हैं। खासकर दोपहिया वाहन, जो ज्यादातर समय खुले में खड़े रहते हैं, उन पर सीधा धूप का असर पड़ता है। ऐसे में अगर बाइक की टंकी पूरी तरह पेट्रोल से भरी हुई हो, तो वह एक चलते-फिरते बम में तब्दील हो सकती है।

पेट्रोल अत्यधिक ज्वलनशील द्रव्य है, और इसकी एक खास विशेषता है — तेज़ वाष्पीकरण (Evaporation)। जब पेट्रोल गर्मी में वाष्प में बदलता है, तो टंकी में गैस का दबाव बनता है। अगर इस गैस के फैलने के लिए टंकी में जगह नहीं होती, तो यह टंकी फटने या लीक होकर आग पकड़ने जैसी स्थिति पैदा कर सकती है।हर साल देश के कई हिस्सों से इस प्रकार की घटनाएं सामने आती हैं, और सोशल मीडिया पर भी कई वायरल वीडियो इन खतरों को दिखाते हैं। लेकिन अधिकांश लोग इस चेतावनी को नजरअंदाज कर देते हैं।

वैज्ञानिक नजरिए से समझिए खतरे की जड़

पेट्रोल लगभग 35°C के बाद वाष्प में तेजी से बदलने लगता है।

पूरी तरह भरे टैंक में इस वाष्प के फैलने की जगह नहीं होती।

यह वाष्प दबाव बनाता है जो टंकी को फुलाने या लीक करने पर मजबूर करता है।

इस स्थिति में ज़रा सी चिंगारी भी भयानक विस्फोट को जन्म दे सकती है।

वाहन के डिजाइन की भूमिका

दोपहिया वाहनों की टंकी आमतौर पर मेटलिक होती है, जो धूप में जल्दी गर्म होती है।पुराने या खराब सीलिंग वाले टैंक कैप गैस को बाहर निकलने से रोकते हैं, जिससे खतरा और बढ़ता है।

Nsmch

गर्मी में बाइक सवारों के लिए ज़रूरी सुरक्षा उपाय

बाइक में कभी भी पेट्रोल को टॉप लेवल तक न भरें। हमेशा कम से कम 10% खाली जगह छोड़ें।

धूप में पार्किंग से बचाव करें। बाइक को सीधी धूप में खड़ा न करें। यदि मजबूरी हो, तो उसे किसी कपड़े से ढक दें या छायादार जगह खोजें।अगर ढक्कन ढीला या टूटा हुआ है, तो वह गैस के दबाव को नहीं झेल पाएगा। इसे तुरंत बदलवाएं।गर्मी में पेट्रोल पाइप सख्त होकर क्रैक कर सकता है, जिससे लीक होना शुरू हो सकता है। समय-समय पर मैकेनिक से जांच कराएं।कभी भी "टॉप अप" न करवाएं। अगर कर्मचारी ज्यादा पेट्रोल भर रहा हो, तो तुरंत रोकें।अगर आपने लंबी दूरी तय की है, तो रुककर बाइक को छांव में खड़ा करें और उसके बाद ही इंजन बंद करें।