पटना: पटना सहित बिहार के आधा दर्जन जिलों के निजी और सरकारी अस्पतालों से आने वाले कचरे का ट्रीटमेंट अब विशेष तरह से किया जाएगा मेडिकल वेस्ट से निकलने वाला प्लास्टिक अब आपके बच्चों का खिलौना बनेगा. गुड्डे-गुड्डी से लेकर कार और प्लेन तक इससे बनेगा. रामचक बैरिया में सोमवार से चालू हो रहे हाईटेक आटोमेटिक कॉमन बायो मेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट से यह संभव होगा.
पटना सहित 6 जिलों के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों से निकलने वाले प्लास्टिक कचरे से यहां खिलौना बनाने की प्रक्रिया होगी. इस नए हाईटेक प्लांट के चालू होते ही पटना के शहरी लोगों को भी मेडिकल वेस्ट के धुएं से निजात मिल जाएगी. जानकारी के मुताबिक पटना के रामचक बैरिया में कॉमन बायो-मेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट को संगम मेडिसर्व प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने तैयार किया है, जिसे वह IGIMS के सहयोग से चलाएगी.
सोमवार से इस हाईटेक आटोमेटिक प्लांट का शुभारंभ स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय करेंगे. उन्होंने बताया कि इसमें डबल ऑटो क्लेब होगा, जिसमें प्लास्टिक के मेडिकल वेस्ट को हाई टेम्प्रेचर पर रखा जाएगा, जिससे वह पूरी तरह से संक्रमण मुक्त हो जाएगा. इसके बाद प्लास्टिक के छोटे-छोटे दाने बनाए जाएंगे, जिसका इस्तेमाल खिलौना बनाने में किया जाएगा. इसकी मॉनिटरिंग तीन स्थानों से होगी. दिल्ली में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, बिहार प्रदूषण नियंत्रण और IGIMS से हर समय प्लांट की निगरानी होगी. 32 मीटर उंची चिमनी लगाने के बाद भी अगर हवा को खराब करने वाला धुआं निकला तो तीन स्थानों से निगरानी के दौरान पकड़ लिया जाएगा. सोमवार को बैरिया में प्लांट का शुभारंभ होने के बाद IGIMS का प्लांट बंद कर दिया जाएगा.