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गोपालगंज सदर अस्पताल में सक्रिय दलालों का कारनामा, गोरखपुर रेफर मरीज को निजी अस्पताल में कराते है भर्ती, फिर शुरू होता है मोटी रकम वसूलने का खेल

गोपालगंज सदर अस्पताल में सक्रिय दलालों का कारनामा, गोरखपुर रेफर मरीज को निजी अस्पताल में कराते है भर्ती, फिर शुरू होता है मोटी रकम वसूलने का खेल

GOPALGANJ : गोपालगंज सदर अस्पताल में इन दिनों दलालों की सक्रियता बढ़ गई है। आलम यह है की गम्भीर मरीजों के उसके मजबूरी का फायदा उठाकर गोरखपुर मेडिकल कॉलेज ले जाने के बहाने निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया जा रहा है और निजी नर्सिंग होम वालो से मोटी रकम की वसूल की जाती है। जिसके कारण मरीजों की इन दिनों परेशानी बढ़ गई है। 

इस सन्दर्भ मे बताया जाता है की 12 जून को बरौली प्रखंड के सलोना गांव निवासी बलिन्द्र राम के बेटा गुलशन कुमार सड़क हादसे में जख्मी हो गया था। जख्मी युवक को डाक्टर ने सदर अस्पताल से गोरखपुर रेफर कर दिया। जख्मी युवक के भाई राजू कुमार ने बताया की डॉक्टर द्वारा स्थिति को गंभीर देखते हुए बेहतर इलाज के लिए गोरखपुर रेफर कर दिया था। गोरखपुर जाने के दौरान एंबुलेंस चालक ने निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया। जहां मरीज से इलाज में नाम पर डेढ़ लाख रुपए ले लिया गया। जब पैसा खत्म हो गया। तब पैसा नहीं होने की बात  जब निजी अस्पताल में कही गई तो मरीज को निजी अस्पताल वालों ने बाहर निकाल दिया।

 हालाँकि डेढ़ लाख रुपए खर्च होने के बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ। जिसके बाद मरीज को लेकर फिर सदर अस्पताल पहुंचे। मरीज के भाई राजा कुमार ने अस्पताल प्रबंधक से दलालों की सक्रियता के बारे में जानकारी देते हुए कार्रवाई करने की मांग की। इसके बाद बाद परिजन मरीज को लेकर पटना पीएमसीएच रवाना हो गए। बता दें की सक्रिय दलालों की मनमानी के कारण  विभाग लाचार हो गया है। सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड से लेकर अन्य वार्ड में सक्रिय दलाल के कारण मरीजों को काफी परेशानी होती है। 

गोरखपुर लेकर जाने के बाद मरीज को निजी अस्पताल में भर्ती कराने व मोटी रकम की वसूली करने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके बाद भी कई मरीजों को गोरखपुर में लेकर जाने के बाद एंबुलेंस चालक निजी अस्पताल में भर्ती करा देते है और बाद  में निजी अस्पताल से पैसे ही उगाही करने का कार्य करते है। मरीज के परिजन के आक्रोश जताने के बाद निजी एंबुलेंस चालक कई दिनों तक सदर अस्पताल में आना जाना छोड़ देते है।

गोपालगंज से मनान अहमद की रिपोर्ट

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