BHAGALPUR : भागलपुर के विश्वविद्यालय ओपी अंतर्गत पर्वती मोहल्ले में बीते दिनों उपद्रवियों के द्वारा काली मंदिर परिसर के भीतर पथराव किया गया था। साथ ही उपद्रवियों ने दरवाजे पर तलवार से प्रहार किया था। जिससे दरवाजा क्षतिग्रस्त हो गया था। साथ ही दानपेटी भी टूट गई थी। वही गंभीर मसले के बाद पूरे इलाके में तनावपूर्ण स्थिति बन गई और जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के आदेश पर मुहल्ला पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था।
मोहल्ले के लोग लगातार उपद्रवियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। उन्होंने टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन भी किया था। लोगों ने कहा कि मां काली के साथ उनकी आस्था काफी जुड़ी हुई है और असामाजिक तत्वों के द्वारा उनकी धर्म और भावनाओं को ठेस पहुंचाने की साजिश के तहत इस घटना को अंजाम दिया गया है। हालांकि पुलिस प्रशासन ने लोगों को आश्वासन देते हुए त्वरित कार्यवाही के तहत दोषियों को गिरफ्तार करने की बात कही थी। लेकिन 48 घंटे बीत चुके हैं। अब तक इस मामले में किसी तरह की कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई। पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं।
इसी कड़ी में भाजपा जिला इकाई के कार्यकर्ता मंगलवार को अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि ताजिया जुलूस में असामाजिक तत्वों द्वारा हिंदू देवी देवताओं पर इस तरह की घटना को अंजाम देकर समाज के भावना के साथ खिलवाड़ किया गया है। वहीं 48 घंटे बीत चुके हैं लेकिन अबतक इस मामले में किसी भी व्यक्ति की कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस इस मामले में खानापूर्ति कर रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार और पुलिस प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से देखते हुए लीपापोती करने के बजाय ध्यान देने की आवश्यकता है, और जो भी दोषी हैं। उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। इसी को लेकर कहा की प्रत्येक वर्ष आई है ताजिया जुलूस निर्धारित रूट उसी इलाके से किया गया है। उन्होंने जिला प्रशासन से ताजिया जुलूस के रूट चेंज करने की मांग की। इस दौरान अति संवेदनशील होने के कारण मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में लगभग 5 थाने की पुलिस मौके पर तैनात है। ताकि किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न घट सके। अगर इस मामले में पुलिसया लापरवाही हुई तो वे लोग आंदोलन करेंगे।
भागलपुर से अंजनी कुमार कश्यप की रिपोर्ट