PATNA: मुजफ्फरपुर में बीते दिन पुलिस की अमानवीय चेहरा देखने को मिला था। जिसका वीडियो इंटरनेट पर खूब वायरल हुआ था। दरअसल, वायरल वीडियो में मुज़फ़्फ़रपुर, फेकुल्ली में पुलिस कर्मियों के द्वारा एक शव को राष्ट्रीय राजमार्ग से नदी में बहाते हुए देखा गया था। इस घटना पर एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि हमने वह वीडियो देखा। यह पूरी तरह से पुलिस कर्मियों का अमानवीय व्यवहार है। पुलिस विभाग इस मामले की जांच कर रही है और इसे गंभीरता से लिया है। हम इस घटना को उचित जिम्मेदारी के साथ ले रहे हैं।
प्रथम दृष्टया हमने पुलिस कर्मियों के व्यवहार को अमानवीय व्यवहार पाया। इसमें हमने पुलिस चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की, उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। और दो और पुलिसकर्मी जो इस घटना में दिखे। बिहार होम गार्ड ने उनकी ड्यूटी पर रोक लगा दी है। फिलहाल वाहन की पहचान नहीं हो पाई है और शव की भी पहचान नहीं हो पाई है। हमने शव बरामद कर लिया और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बता दें कि, 1 अप्रैल 2016 से बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है। (घर के अंदर और घर के बाहर अब महिलाएं सुरक्षित) इस स्लोगन पर बिहार एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार बिहार को नशा मुक्त राज्य बनाने में युवाओं और लोगों से अपील करते हुए कहा कि शराब पीना स्वस्थ्य के लिए हानिकारक है। किसी भी एज ग्रुप के लिए नशा का सेवन करना स्वास्थ्य को हानि पहुंचाना है इससे लोग दूर रहे। बिहार में शराबबंदी के 7 साल से ज्यादा का वक्त बीत गया है। पूर्ण नशाबंदी की ओर बढ़े बिहार, शराबबंदी को प्रभावी रूप से लागू कराने के लिए मद्य निषेध विभाग को अलग से तैयार कर लगाया गया साथ साथ बिहार पुलिस भी इसको प्रभावी ढंग से लागू कराए जाने के लिए लगातार अवैध शराब कारोबारियों,माफियाओं पर करवाई करती रही है।
एडीजी ने आगे कहा कि अब बिहार में बड़े त्योहार का समय है। ऐसे में बिहार पुलिस अपने तमाम सूत्रों को नशे के काले कारोबार को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। पुलिस को इनपुट मिलते ही कार्रवाई होती है। आने वाले दिनों में और भी अवैध रूप से लाए जाने वाले शराब और नशे के कारोबार पर कार्रवाई करेंगे। साथ ही उन्होंने बताया कि अवैध शराब मामले में अब तक 11 राज्य और नेपाल से 11 हजार 272 शराब तस्कर और माफियाओं की गिरफ्तारी की गई है। जिसमें लुधियाना और नेपाल से 1 हजार, उत्तर प्रदेश से 4 हजार तो वहीं झारखंड से 3 हजार लोगों की अबतक गिरफ्तारी हुई है।