उत्तरकाशी : सनातन धर्म में चार धाम यात्रा का विशेष महत्व है. प्रसिद्ध चार धाम यात्रा की शुरुआत सुबह 7 बजे पूरे विधि विधानपूर्वक की ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग केदारनाथ धाम के कपाट जय बाबा केदारनाथ के उदघोष के साथ खोल दिए गए. केदारनाथ में मौसम भी साफ है. इसके बाद अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर यमुनोत्री धाम के कपाट 10 बजकर 29 मिनट पर खोले गए. कपाट खुलने के अवसर पर हजारों श्रद्धालु यमुनोत्री धाम में मौजूद रहे. इससे पहले मां यमुना की उत्सव डोली यमुनोत्री धाम पहुंची, जिस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां कपाट खुलने के इंतजार में थे.
अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर गंगोत्री धाम के कपाट भी वैदिक मंत्रोचारण के साथ खोल दिए गए. जिस दौरान खासी संख्या मे श्रद्धालु यहां कपाट खुलने के इंतजार में थे. गंगोत्री के कपाट दोपहर बाद 12 बजकर 20 मिनट पर खोल दिए गए. जबकि बद्रीनाथ के कपाट 12 मई को सुबह 6 बजे खुलेंगे.
इससे पहले केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी मौजूद रहे.
कपाट खुलने की प्रक्रिया के तहत गुरुवार शाम को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव मूर्ति पंचकेदार गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से विभिन्न पड़ावों गुप्तकाशी, फाटा, गौरीकुंड से होते हुए केदारनाथ धाम पहुंची थी.
6 मई को ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में भगवान भैरवनाथ की पूजा हुई थी. भगवान केदारनाथ की पंचमुखी भोगमूति 9 मई को ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से विभिन्न पड़ावों से होते हुए केदारनाथ धाम पहुंची थी. 10 मई को ठीक प्रात:7 बजे केदारनाथ धाम के कपाट खोल दिये गए.