शिक्षकों के बाद अब BEO पर नकेल ! सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों से मांगा गया प्रमाण-पत्र, अब 'प्रतिनियुक्ति' का खेल होगा बंद

PATNA: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक शिक्षा सुधार में जुटे हैं. शिक्षकों के बाद अब प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों पर नकेल कसने की तैयारी है. सूबे में शिक्षकों से पढ़ाई के अलावे दूसरा काम भी लिया जाता था. शिक्षक बीईओ को सेट कर अपनी प्रतिनियुक्ति करा लेते थे.इसमें बीईओ की कमाई भी होती थी और शिक्षक स्कूल जाने से बच भी जाते थे. अब विभाग की नजर इस पर भी गई है. शिक्षा विभाग ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों से प्रमाण-पत्र मांगा है कि आपके क्षेत्र में कोई भी शिक्षक गैर-शैक्षणिक काम में प्रतिनियुक्त नहीं है. प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों से 31 जुलाई तक सभी बीईओ से प्रमाण-पत्र लेकर रिपोर्ट देने को कहा है.
31 जुलाई तक दें प्रमाण-पत्र
प्राथमिक शिक्षा निदेशक पंकज कुमार ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र लिखा है.जिसमें कहा गया है कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में निर्देश दिया गया है. इस संबंध में सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी प्रमाण पत्र ले कि उनके प्रखंड में कोई भी शिक्षक गैर शैक्षणिक कार्य के लिए प्रतिनियुक्त नहीं है. अपने जिले के सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से प्रपत्र में प्रमाण पत्र प्राप्त करें और इसकी जानकारी 31 जूलाई तक उपलब्ध कराएं.
बता दें, बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक इन दिनों अपने 'एक्शन' के कारण चर्चा में हैं। शिक्षा विभाग को दुरस्त करने निकले पाठक का खौफ शिक्षकों के बीच छा गया है। उनके एक्शन और फरमान से बिहार के शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। शिक्षकों के बाद अब बीईओ पर सख्ती की है.