पटना. सेना भर्ती की अग्निपथ योजना के खिलाफ पूरे बिहार में हो रहे हिंसक प्रदर्शन के बीच जदयू ने भी केंद्र की मोदी सरकार अग्निपथ पर पुनर्विचार करने की बात कही है. बिहार की नीतीश सरकार के मंत्री विजेंद्र यादव ने गुरुवार को कहा कि सेना के अभ्यर्थियों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन को देखते हुए केंद्र सरकार को इसे गंभीरता से देखना चाहिए. जो संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं केंद्र सरकार को उनसे बात करनी चाहिए और समस्या का हल निकालना चाहिए.
वहीं, जदयू के राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी अग्निपथ पर भाजपा से अलग राय रखी. उन्होंने ट्विट कर कहा कि सेना, नौसेना और वायुसेना में भर्ती को लेकर प्रस्तावित बदलाव अग्निपथ और अग्निवीर योजना पर भारत सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए.
दरअसल, अग्निपथ के विरोध में गुरुवार को बिहार के दर्जनों शहरों में भारी बवाल हुआ है. छपरा, कैमूर में ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया गया जबकि कई शहरों में रेलवे स्टेशन को निशाना बनाया गया. हिंसक भीड़ ने नवादा में एक विधायक की गाड़ी पर हमला कर दिया जबकि नवादा जिला भाजपा कार्यलय को जलाकर खाख कर दिया.
इस बीच, सेना भर्ती की अग्निपथ योजना के विरोध में बिहार के कई शहरों में भारी प्रदर्शन के कारण रेलवे को सबसे ज्यादा निशाना बनाया गया है. राज्य की कई रेल रूटों पर रेलसेवा बुरी तरह बाधित हुई है. इस कारण रेलवे ने गुरुवार को 22 ट्रेनों को रद्द कर दिया. पूर्व मध्य रेलवे की ओर से कहा गया है कि अलग अलग रूटों की 22 ट्रेनों को रद्द किया गया है जबकि 5 ट्रेनों का आंशिक समापन किया गया है.