पटना। बिहार में चल रहे सियासी उठापटक में सरकार चाहे किसी की भी हो, लेकिन इसमें एक बड़ी भूमिका AIMIM की भी होगी। बिहार में AIMIM इकलौती ऐसी पार्टी है कि जो किसी गठबंधन का हिस्सा रहे बगैर पांच सीटें जीतने में कामयाब रही है। बिहार में फिलहाल जो राजनीतिक लड़ाई चल रही है, उसमें AIMIM खुद को कहां पाती है, इस मुद्दे को लेकर प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमाम ने कहा है, अभी वह इस पर कुछ नहीं कहना चाहते हैं। वक्त बताएगा कि मौसम की हवाएं किस ओर बढ़ रही है, उसी के अनुसार फैसला लिया जाएगा।
अमौर से विधायक चुने गए अख्तरुल इमाम ने कहा हमारी पार्टी सांप्रदायिकता के खिलाफ है, जो भी ऐसा करेगा हम उसके साथ हैं। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अब भी नीतीश पर भरोसा करती है। वह जो भी फैसला लेंगे, प्रदेश की जनता उनके साथ होगी।
क्षेत्र की समस्याओं को लेकर जताई चिंता
अख्तरुल इमाम ने कहा कि वह ऐसे जगह से विधायक हैं, जहां कई नदियां बहती हैं, हर साल यहां बाढ़ के कारण हजारों परिवार बेघर हो जाते हैं। लेकिन उनके स्थिति में सुधार के लिए कोई प्रयास नहीं किया जाता है, जबकि सीएम नीतीश कुमार कहते हैं कि बिहार की संपत्ति पर पहला हक विस्थापितों का है। अमौर विधायक ने कहा कि उनके क्षेत्र में मूलभूत कार्य भी नहीं हो रहा है। पांच लाख की आबादी पर सिर्फ पांच आधार केंद्र बनाए गए हैं, उनमें भी एक दिन में तीस से चालीस लोगों का ही काम हो पाता है। इसके अलावा यहां दूसरी समस्याएं भी है, जिसको लेकर कई दिन से योजना विभाग के चक्कर लगा रहे हैं।
सड़क पर उतरने को होंगे मजबूर
उन्होंने कहा कि अगर उनके क्षेत्र के लोगों की समस्या का निराकरण नहीं हुआ तो मजबूर होकर सड़क पर उतरना पड़ेगा। लेकिन, लोगों को होनेवाली परेशानी को दूर करने के लिए कोई कसर बाकी नहीं रखी जाएगी।