PATNA: रामविलास पासवान के निधन के बाद लोजपा पूरी तरह से बिखर गई है। पासवान के निधन के साल भी पूरे नहीं हुए इसके पहले ही पूरी पार्टी क्षत-विक्षत हो गई। चुनाव आयोग ने भी लोजपा की मान्यता को फ्रीज करते हुए पार्टी को दो धड़े में बांट दिया है। एक गुट को राष्ट्रीय लोक जन शक्ति पार्टी व दूसरा लोक जनशक्ति पार्टी(रामविलास) के रूप में मान्यता दी गई है। चिराग पासवान का गुट लोक जनशक्ति पार्टी(रामविलास) के रूप में जाना जायेगा । इस दल का चुनाव चिन्ह हेलिकॉप्टर जबकि चाचा 'पारस' के गुट का नाम होगा-राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी,चुनाव चिन्ह सिलाई मशीन छाप।
पासवान गरीबों के नेता थे झोपड़ी छाप से राजनीति करते थे
चिराग पासवान के गुट को हेलिकॉप्टर चुनाव चिन्ह मिलने पर जेडीयू ने बड़ा तंज कसा है। जेडीयू ने धूर विरोधी चिराग पर अटैक करते हुए कहा कि समय बलवान होता है। बुझे हुए चिराग हवा-हवाई राजनीति करते हैं लिहाजा हेलिकॉप्टर चुनाव चिन्ह मिला।जेडीयू के प्रदेश प्रवक्ता निखिल मंडल ने चिराग पासवान पर अटैक करते हुए कहा कि निःसंदेह स्व.रामविलास पासवान गरीबों के नेता थे तो वो झोपड़ी छाप के तहत राजनीति करते थे.बेटा जमीन पर कभी उतरते नही, हवा-हवाई राजनीति करते हैं तो अब बुझे हुए चिराग हेलीकॉप्टर छाप के तहत राजनीति करेंगे। समय बलवान होता है भाई साहब।