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एक थप्पड़ के कारण चेले ने ही अजय पाठक के पूरे परिवार का किया था कत्ल, पढ़िए वारदात वाली रात को क्या हुआ था

एक थप्पड़ के कारण चेले ने ही अजय पाठक के पूरे परिवार का किया था कत्ल, पढ़िए वारदात वाली रात को क्या हुआ था

Desk: साल के आखिरी दिन में यूपी के शामली शहर की पंजाबी कॉलोनी में हर कोई स्तबध था. कारण ये था कि यहां रहने वाले मशहूर भजन गायक अजय पाठक और उनका पूरा परिवार सुबह से ही किसी को नज़र नहीं आया. वैसे तो उनके घर के दरवाज़े पर ताला लटक रहा था. मगर हैरानी की बात ये थी कि परिवार के सभी के सभी चार लोगों के मोबाइल फोन बंद बता रहे थे. जब कमरे का दरवाजा लोगों ने तोड़ा तो अजय पाठक और उनकी बीवी स्नेहलता की खून से सनी लाश उनके बेडरूम पर पड़ी थी. जिस पर तलवार और तेज़ धार चाकू से हमला किए जाने के अनगिनत निशान थे. जबकि बच्चों के कमरे में भी खून की धार ज़रूर थी लेकिन ना तो वहां वसुंधरा थी और ना ही भागवत. लोगों ने अब दूसरे कमरों का रुख किया और ग्राउंड फ्लोर पर बने एक कमरे में उन्हें एक और भयानक तस्वीर नज़र आई. यहां वसुंधरा की कंबल से ढंकी लाश पड़ी थी. उसे भी कातिल ने वैसी ही दर्दनाक मौत दी थी. जबकि 10 साल के बेटे भागवत का कोई अता पता नहीं था.

पुलिस के लिए कातिल तक पहुचना लग रहा था असंभव

कातिल ने वारदात को अंजाम ऐसे दिया था कि लग रहा था उस तक पहुंचना लगभग असंभव है लेकिन कहते हैं ना कातिल कोई न कोई सुराग जरूर छोड़ जाता है और हुआ भी कुछ वैसा ही था. दरअसल अजय पाठक के पास 3 कारें थी एक इनोवा, दूसरी टवेरा और तीसरी फोर्ड इको स्पोर्टस. कातिल उसी तीसरी कार के साथ गायब हुआ था. पुलिस को उसी कार ने क्लू दे दिया क्योंकि कातिल को पता था कि उस कार में जीपीएस नहीं लगा है. पुलिस ने उसी वक्त ये मान लिया कि कातिल अजय पाठक परिवार का बेहद करीबी है.

रात भर कातिल अजय पाठक के घर में था

पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को जब खंगालना शुरू किया तो पता चला कि वारदात से एक रोज़ पहले यानी 30 दिसंबर को पाठक परिवार के घर एक संदिग्ध शख्स आता हुआ दिखाई दे रहा था. हैरानी की बात ये थी कि ये शख्स अगले दिन सुबह तक बाहर नहीं निकला और जब बाहर निकला तो बेहद संदिग्ध हालत में दिख रहा था. शामली पुलिस कातिल को ढूंढने में लगी तो थी लेकिन असली इनपुट हरियाणा के पानीपत से मिला जब वहां कि पुलिस ने बताया कि एक संदिग्ध गिरफ्त में है जो एक बच्चे की लाश जलाने की कोशिश में था जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. 

कातिल ने बताया 3 थप्पड़ और 4 कत्ल का राज 

शामली पुलिस ने कातिल को अपने गिरफ्त में ले लिया था लेकिन अभी तक वारदात की वजह साफ नहीं हो पाई थी. पुलिस ने सख्ती से जब कातिल हिमांशु से पूछताछ की तो सारा राज सामने आ गया. कातिल ने जब सच बताया तो सबकी की आंखे फटी रह गई. कातिल ने बताया कि उसका पाठक के साथ रुपये पैसों का लेनदेन भी था. उसने पाठक को कमेटी के लिए 60 हज़ार रुपये दिए थे और काफी दिनों से अपने ये रुपये वापस मांग रहा था. हिमांशु ने बैंक से लोन भी ले रखा था और ना चुका पाने पर उसे लीगल नोटिस भी मिल चुका था. 30 दिसंबर की शाम को वो अपने इसी 60 हज़ार रुपये की उम्मीद लिए अजय पाठक से मिलने पहुंचा था. लेकिन रुपये लौटाना तो दूर की बात अजय पाठक ने ना सिर्फ उसे कथित तौर पर गालियां दी बल्कि तीन चार थप्पड़ भी रसीद कर दिए. तब तो हिमांशु ने खून का घूंट पी लिया. लेकिन उसी पल उसने अजय पाठक और उनके पूरे परिवार के कत्ल की साज़िश बुन ली. खाना खाने के बाद पाठक दम्पति और बच्चे अलग-अलग कमरों में सो गए औऱ हिमांशु दूसरे कमरे में सोया. लेकिन रात 3 बजे उसने एक-एक कर घर में रखे तलवार और तेज़ धार छुरे से अपना इंतकाम पूरा किया. उसने पहले अजय पाठक फिर उसकी बीवी स्नेहलता पाठक का बेरहमी से कत्ल किया. फिर उसकी बेटी वसुंधरा और आखिर में 10 साल के मासूम भागवत को मौत के घाट उतार दिया.



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