DESK: भाजपा सांसद ओम बिरला 18वीं लोकसभा के स्पीकर चुन लिए गए हैं। ध्वनिमत से एनडीए उम्मीदवार ने शक्ति परीक्षण पास कर लिया है। ओम बिरला दूसरी बार लोकसभा चुनाव के अध्यक्ष बने हैं। सत्ता पक्ष और विपक्ष ने ओम बिरला को लोकसभा के नए अध्यक्ष बने जाने पर बधाई दी है। वहीं विपक्ष ने इस दौरान स्पीकर से खास मांग भी की। विपक्ष ने स्पीकर से सत्ता पक्ष पर भी अंकुश लगाने और विपक्ष को अपनी बातों को रखने की मांग की।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ओम बिरला को लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि आप दूसरी बार स्पीकर चुने गए हैं। आपके पास 5 साल का अनुभव रहा है। पुराने और नए सदन का भी अनुभव रहा है। उन्होंने कहा कि जिस पद पर आप बैठे हैं, उस पद से कई गौरवशाली परंपरा जुड़ी है। हम मानते हैं कि बिना भेद भाव के आगे बढ़ेगा। और आप लोकसभा अध्यक्ष के तौर पर सभी दलों को सम्मान और बराबरी का मौका देंगे।
अखिलेश यादव ने कहा कि, इस महान पद के लिए निष्पक्षता महान जिम्मेदारी है। आप लोकतांत्रिक न्याय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य करेंगे। हमारी अपेक्षा है कि किसी भी जनप्रतिनिधि के आवाज को दबाया जाए। निष्कासन जैसी परंपरा को आगे न बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि, हम चाहते हैं कि आपका अंकुश विपक्ष पर तो रहता ही है, हम अपेक्षा करते हैं कि सत्ता पक्ष पर भी आपका अंकुश बना रहे।
उन्होंने कहा कि आपके इशारे पर सदन चले, इसका उलटा ना हो। हम आपके हर न्यायसंगत फैसले के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि, मैं आपको अपने सभी सांसदों की तरफ से बधाई देता हूं। वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि, मैं इस नए सदन में पहली बार आया हूं। मुझे लगा था कि अपकी कुर्सी बहुत ऊंची होगी। जिस सदन को छोड़ के आया हूं, उसमें अध्यक्ष की कुर्सी बहुत ऊंची हैं, मैं अब किसको कहूं कि ये कुर्सी भी और ऊंची हो जाए। उन्होंने कहा कि, जहां ये नया सदन हैं वहीं मैं आपके पीठ के पीछे दिख रहा हूं कि पत्थर तो सही लगे हैं लेकिन कुछ दरार में सिमेंट कभी भी लगा दिख रहा है।