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'अमंगल' स्वास्थ्य सिस्टमः मोतिहारी सिविल सर्जन ने 29 जनवरी को मांगा 'मार्गदर्शन'...अब तक नहीं मिला, चहेते कंपनी की बल्ले-बल्ले

'अमंगल' स्वास्थ्य सिस्टमः मोतिहारी सिविल सर्जन ने 29 जनवरी को मांगा 'मार्गदर्शन'...अब तक नहीं मिला, चहेते कंपनी की बल्ले-बल्ले

PATNA: बिहार का स्वास्थ्य सिस्टम पूरी तरह से बेपटरी हो गया है।सूबे की हेल्थ व्यवस्था पूरी तरह से अमंगल साबित हो रहा है। बहाली से लेकर टेंडर तक में भारी गोलमाल की खबरे सामने आ रही हैं। कोरोना काल में मुजफ्फरपुर में अस्थाई कर्मियों की बहाली में फर्जीवाड़े की बात सामने आने के बाद सरकार की भद्द पिट चुकी है। कोरोना सैंपल जांच से लेकर अन्य गतिविधियों में भारी गड़बड़ी की शिकायत है। अब एक नया मामला सामने आ गया है। स्वास्थ्य विभाग में 'मार्गदर्शन' का बड़ा खेल चल रहा है। पांच महीने बीतने के बाद भी राज्य स्वास्थ्य समिति ने मार्गदर्शन नहीं दिया। इस वजह से जिस कंपनी की अवधि समाप्त हो गई उसी से काम लिया जा रहा और बदले में मोटी रकम का भुगतान किया जा रहा है। 

स्वास्थ्य महकमे में बड़ा खेल

मामला पूर्वीचंपारण मोतिहारी का है। मोतिहारी के सिविल सर्जन ने 29 जनवरी 2021 को राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक को पत्र भेजा था । सिविल सर्जन ने अपने पत्र में उल्लेख किया था कि राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा साफ सफाई हेतु उपलब्ध कराए गए मॉडल NIT के अनुरूप निविदा का प्रकाशन कराया गया था. जिसमें तकनीकी रूप से 13 निविदादाता सफल हुए. उनकी वित्तीय निविदा को खोला गया. इसके बाद सभी 13 निविदादाताओं का पूर्ण विवरण दिया गया है। 

सिविल सर्जन ने 29 जनवरी को मांगा था मार्गदर्शन

सिविल सर्जन ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि सभी निविदादाताओं के कागजात की समीक्षा से स्पष्ट होता है की क्रम संख्या 1 से 8 तक के निविदादाताओं के द्वारा निविदा को प्रभावित करने हेतु काफी कम दर दिया गया है। जिससे गुणवत्ता युक्त सफाई का कार्य कराया जाना संभव प्रतीत नहीं हो रहा. क्रम संख्या 10 से 13 के निविदादाताओं ने काफी अधिक दर डाला है. जिससे सरकारी राजस्व हानि होने की संभावना है. निविदा निस्तारण समिति द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि इसके लिए मार्गदर्शन की मांग राज्य स्वास्थ्य समिति से की जाए. सिविल सर्जन ने राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक से अनुरोध किया था कि इस संबंध में मार्गदर्शन दें कि किसे निविदा आवंटित की जाए.

क्या कहते हैं मोतिहारी के सिविल सर्जन

मोतिहारी के सिविल सर्जन ने 5 महीने पहले मार्गदर्शन मांगा। लेकिन अब तक सिविल सर्जन को टेंडर के संबंध में कोई मार्गदर्शन नहीं मिला है। लिहाजा पुरानी कंपनी से ही अस्पतालों में साफ-सफाई का काम लिया जा रहा। मार्गदर्शन नहीं मिलने से पुरानी कंपनी की बल्ले-बल्ले है। मोतिहारी के सिविल सर्जन कहते हैं कि अस्पतालों की साफ-सफाई को लेकर टेंडर निकाला गया। तकनीकी पेंच फंसने की वजह से राज्य स्वास्थ्य समिति से मार्गदर्शन की मांग की गई। लेकिन अभी तक हमें कोई इस संबंध में मार्गदर्शन नहीं मिला है। लिहाजा जिस कंपनी की समय सीमा समाप्त हो गई है उसी से काम लिया जा रहा है। 


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