DESK : लंबे समय से पंजाब के सीएम पद की जिम्मेदारी संभालने के बाद अचानक गद्दी से हटाए जाने पर अब अमरिंदर सिंह खुलकर कांग्रेस आलाकमान के फैसले का विरोध करना शुरू कर दिया है। अमरिंदर सिंह ने कहा इस पूरे मामले में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर सवाल उठा दिए हैं। पंजाब के पूर्व सीएम ने दोनों को राजनीति में पूरी तरह से अनुभवहीन बताया है। जो अपने कुछ सलाहकारों से घिरे हुए हैं, जिनका मुख्य उद्देश्य सिर्फ उन्हें गुमराह करने का है।
सिद्धू को किसी भी कीमत में नहीं जीतने दूंगा
मीडिया को दिए साक्षात्कार में अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकाली। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू को खतरनाक आदमी बताते हुए कहा कि वह उनसे देश को बचाने के लिए कोई भी बलिदान देने को तैयार हैं। आगामी चुनाव से पहलेअमरिंदर सिंह ने कहा कि वह नवजोत सिद्धू के खिलाफ मजबूत प्रत्याशी को खड़ा करेंगे और उन्हें किसी भी कीमत पर मुख्यमंत्री नहीं बनने देंगे। इस दौरान उन्होंने कहा सिद्धू के नाम पर पार्टी को डबल अंक में सीटें भी मिल जाए तो यह बड़ी कामयाबी होगी।
सलाहकार कर रहे हैं राहुल प्रियंका को गुमराह
उन्होंने राहुल और प्रियंका को अनुभवहीन बताते हुएआगे कहा कि प्रियंका और राहुल (गांधी भाई-बहन) मेरे बच्चों की तरह हैं ... यह इस तरह खत्म नहीं होना चाहिए था। मैं आहत हूं। उन्होंने कहा कि वे दोनों बच्चे काफी अनुभवहीन हैं और उनके सलाहकार स्पष्ट रूप से उन्हें गुमराह कर रहे थे।
सोनिया कहती तो खुद छोड़ देता पद
अमरिंदर सिंह ने कहा है कि जिस तरह से बिना जानकारी के कैबिनेट की बुलाई गई और सीएम पद से हटाने का फैसला लिया गया, वह दुख पहुंचानेवाला है। कैप्टन ने खुलासा किया कि उन्होंने 3 हफ्ते पहले सोनिया गांधी को इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने उन्हें पद पर बने रहने के लिए कहा था। अगर उन्होंने मुझे फोन किया होता और मुझे पद छोड़ने के लिए कहा होता, तो भी मैं ऐसा ही करता। उन्होंने कहा कि एक सैनिक के रूप में मुझे पता है कि मुझे अपना काम कैसे करना है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि सूरजेवाला और माकन जैसे लोग मुझे बताते हैं कि मेरे कैबिनेट में किसे मंत्री बनाया जाए और किसे नहीं। जो कि बेहद चौंकानेवाला था। मेरा कैबिनेट था, मुझे पता है कि कि किसके साथ काम किया जा सकता है, किनके साथ नहीं
अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह अपने राजनीतिक विकल्पों को खुला रखे हुए हैं और भविष्य का कदम तय करने से पहले अपने मित्रों से चर्चा कर रहे हैं। उन्होंने कहा,'आप 40 साल की उम्र में बुजुर्ग हो सकते हैं और 80 साल की उम्र में युवा।' सिंह ने साफ किया कि वह अपनी उम्र को बाधा नहीं मानते हैं।