BEGUSARAI : कोलकाता में नर्सिंग ट्रेनी छात्रा के साथ गैंग रेप की घटना के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इन रेपिस्टों पर कठोर कार्रवाई करने के बजाय खुद आंदोलन पर उतर गईं। यह एक मुख्यमंत्री के लिए शर्म की बात है। ममता बनर्जी के इस ढुलमुल रवैये को महिला और छात्रा विरोधी मानसिकता और बंगाल की लचर कानूनी व्यवस्था कही जा सकती है। ममता बनर्जी अपनी सरकार की नाकामी को छुपाने के लिए इस खतरनाक कांड का भी राजनीतिकरण कर रही है। उपर्युक्त बातें श्री कृष्ण महिला महाविद्यालय और ज्ञान भारती की सैकड़ों प्रदर्शन कर रही छात्राओं को संबोधित करते हुए एआईएसएफ की राष्ट्रीय सचिव अमीन हमजा ने कहीं।
उन्होंने कहा कि जिस तरह की हैवानियत और दरिंदगी कोलकाता मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग ट्रेनी के साथ करके उसकी हत्या की गई। यह कहीं से भी क्षम्य नहीं है। दूसरी तरफ बिहार के मुजफ्फरपुर में नवीं क्लास की 14 वर्ष की छात्रा के साथ गैंग रेप होता है। इससे साफ जाहिर होता है की सरकार देश और बिहार की बेटियों को सुरक्षित रखने में पूरी तरह से फेल है। हमारा संगठन मांग करता है कि इस तरह के कुकर्म करने वाले के खिलाफ ऐसा कठोर कानूनी प्रावधान बने कि इस तरह की घटना करने से पहले कुकर्मी पहले सौ बार सोचे,उस मुजरिम को तत्काल फांसी दिया जाए।
जिला अध्यक्ष अमरेश कुमार ने कहा कि एक तो सरकार ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का ढकोसला नारा दिया। बेटी पढ़ाने और बचाने दोनों में सरकार पूरी तरह से विफल है। सरकार को देश की महिलाओं, छात्रों की कोई चिंता नहीं है। जिस वजह से इस तरह की घटना को अंजाम देने वालों का लगातार मनोबल बढ़ रहा है और इस तरह की घटना में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। हमारा संगठन इस तरह की घटना को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा। इस तरह की लगातार घटना घटने से बच्चों और उनके गार्जियनों में दहशत का माहौल है। वह अपने बच्चों को स्कूल, कॉलेज, कोचिंग भेजने से भी डर रहे हैं। इसका जिम्मेदार केंद्र और राज्य की सरकार है।कहा की सरकार को सिर्फ सत्ता और चुनाव की चिंता है। देश की जनता के साथ कब किस तरह की घटना घट जाएगी कोई चिंता नही है। जिला उपाध्यक्ष बसंत कुमार ने कहा कि चाहे मुजफ्फरपुर की घटना हो या कोलकाता की। मानवता को तार तार करके रख दिया है। हैवानियत का नंगा नाच किया गया। इस मामले में चाहे नीतीश सरकार हो या पश्चिम बंगाल सरकार दोनों की नैतिकता नष्ट हो गई है। हमारा संगठन सीधे तौर पर यह मांग करता है कि दोषियों को फांसी दिया जाए।
छात्रा नेत्री सन्नी कुमारी,शिवानी कुमारी,शमा परवीन,नेहा कुमारी ने संयुक्त रूप से पश्चिम बंगाल और बिहार सरकार पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि महिला और छात्राओं के साथ इस तरह की घटना घटती रहेगी। इस तरह महिला और छात्राएं कब तक हैवानियत का शिकार होती रहेंगी? इस बात का जवाब केंद्र और राज्य सरकार को देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हमारी सुरक्षा की गारंटी कौन लेगा? इस बात का जवाब देना पड़ेगा, नहीं तो हम लोग पढ़ाई के साथ-साथ सड़क पर उतरकर महिला छात्र विरोधी मानसिकता रखने वाले सरकार का पोल खोलेंगे।
ज्ञात हो कि पूरे देश के अंदर कोलकाता और मुजफ्फरपुर के रेप कांड के बाद दहशत और आंदोलन का माहौल है,चिकित्सक आंदोलनरत हैं। इसी बीच ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन छात्रा इकाई ने श्री कृष्ण महिला महाविद्यालय और ज्ञान भारती स्कूल में कोलकाता और मुजफ्फरपुर के रेपिस्टों को फांसी दो जैसे पोस्ट और एआईएसएफ का झंडा लेकर रोषपूर्ण प्रदर्शन कर सरकार से न्याय की मांग की। श्री कृष्ण महिला महाविद्यालय में खुशी झा के नेतृत्व में जबकि ज्ञान भारती हाई स्कूल में शिवानी कुमारी के नेतृत्व में छात्राओं ने प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के दौरान एसबीएसएस कॉलेज के छात्र नेता रणवीर कुमार,जीडी कॉलेज इकाई सचिव किशन कुमार, भावना कुमारी, उजाला प्रवीण, अरशी प्रवीण, सलमा प्रवीण, खुशी कुमारी, अन्याय कुमारी, रूचि, अंशू,पल्लवी, काजल, ज्योति,आदिति, सोनम इत्यादि थे।
बेगूसराय से अजय शास्त्री की रिपोर्ट