KOTA : राजस्थान के कोटा में छात्रों की आत्महत्या की घटनाएं लगातार सामने आ रही है। यहां एक बार एक छात्र ने आत्महत्या कर ली है। बताया जा रहा है कि वह पिछले आठ दिन से अपने हॉस्टल से लापता था। आज उसका शव गड़रिया महादेव के जंगल से बरामद किया गया है। मृत छात्र का नाम रचित सोंधिया बताया गया है। कोटा में सुसाइड करनेवाला रचित पांचवां छात्र है।
बताया गया कि छात्र रचित 16 साल का था और कोटा में हॉस्टल में रहकर निजी कोचिंग से जईई की तैयारी कर रहा था. टेस्ट के नाम पर रविवार 11 फरवरी को दोपहर 12:30 बजे हॉस्टल से निकला था। उसके बाद से लापता था। बीते आठ दिनों से पुलिस, परिजन, दोस्त सभी उसे हर जगह तलाश रहे थे. परिजनों ने उसके नाम के पोस्टर भी शहर भर में लगाए थे।
वहीं दो दिन पहले उसके कमरे से पुलिस को कुछ ऐसे नोट्स बरामद हुए थे जो स्टूडेंट की खराब मेंटल हालत और सुसाइड की ओर इशारा कर रहे थे। नोट्स में रचित ने लिखा था कि वह गडरिया महादेव मंदिर जा रहा है। वहीं पुलिस और परिजनों को रचित की आखिरी लोकेशन गरडिया महादेव मंदिर के जंगल की मिली थी।
परिजनों ने खोजा रचित का शव
. बता दें कि इस मामले में पुलिस प्रशासन नाकाम रहा. आखिर में परिजनों को छात्र रचित का शव मिला. परिवार का कहना है कि पुलिस प्रशासन ने नीचे उतरकर ढूंढने से मना कर दिया था, हम लोग नीचे की तरफ उतरे तो हमें रचित का शव पड़ा मिला। परिवार शव को लेकर अस्पताल पहुंच रहा है
दिमागी रूप से परेशान था रचित
रचित के कमरे से मिले कुछ कॉपियों के पन्नों पर ऐसी लाइनें लिखी थीं. जिससे साफ पता चल रहा था कि छात्र मानसिक परेशानी का सामना कर रहा था. उसकी मेंटल हेल्थ शायद अच्छी नहीं थी और वो ये बात किसी से साझा नहीं कर पा रहा था. एक पन्ने पर तो उसने ये भी लिखा था कि (I really want to die why I am fine) मैं वाकई मरना चाहता हूं, क्यों? मैं ठीक हूं. इस वाक्य को अगर मनोवैज्ञानिक नजरिये से समझें तो ऐसा प्रतीत होता है कि वो किशोर डिप्रेशन में था।