PATNA : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी एक तरफ यह कहते हैं कि वह कभी भी नीतीश कुमार का साथ नहीं छोड़ेंगे। दूसरी तरफ वह कुछ ऐसा बयान दे जाते हैं, जो कि मुख्यमंत्री को असहज कर देता है। कई बार शराबबंदी को खत्म करने का समर्थन कर चुके जीतन राम मांझी ने इस बार नीतीश कुमार के कार्यकाल में नियुक्त हुए शिक्षकों को लेकर बड़ी बात कह दी है। हम के सरंक्षक ने कहा नीतीश कुमार के नियुक्त किए गए शिक्षकों की तुलना में लालू प्रसाद के कार्यकाल में नियुक्त हुए शिक्षक ज्यादा योग्य और काबिल हैं।
नीतीश के नियुक्त शिक्षक पढ़ाते नहीं हैं
वहीं नीतीश सरकार का नाम लिए बिना हमला बोला। कहा कि अभी जो शिक्षक हैं, वह पढ़ाते नहीं है। वह बस किसी तरह सर्टिफिकेट व्यवस्था करके नौकरी हासिल कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि जब लालू प्रसाद मुख्यमंत्री थे, लालू यादव की सरकार थी, तब अच्छे शिक्षकों की बहाली होती थी। सभी शिक्षक योग्य होते थे और वे देश के भविष्य को संवारते थे, जबकि अभी के समय में शिक्षक अभ्यर्थी इधर-उधर से डिग्री लेकर आ जा रहे हैं और नौकरी ले लेते हैं।
नई नियमवली को लेकर बोले
उन्होंने कहा कि नई शिक्षक नियमावली बेहतर है। इसके आने के बाद अब अच्छे और योग्य शिक्षकों की बहाली होगी। इस नियमावली में कोई गड़बड़ी नहीं है।
बता दें कि बिहार में कैबिनेट ने हाल ही में शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर नई नियमावली को मंजूरी दी है। राज्य में नई नियमावली का विरोध भी हो रहा है। सत्ता पक्ष के नेता इस नियमावली की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं, तो वहीं विपक्ष के नेताओं और शिक्षक अभ्यर्थियों की ओर से लगातार विरोध किया जा रहा है।